उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान भारी श्रद्धालु हेलीकॉप्टर के द्वारा बाबा केदार के दर्शन को पहुंचते हैं। लेकिन अब श्रद्धालुओं को पैदल ही यात्रा तय करनी होगी।
हेली सेवा पर अस्थाई रूप से रोक लगने का मुख्य कारण उत्तराखंड में मानसून की दस्तक है।बरसात थमने के बाद फिर से हेली सेवा शुरू होंगी।
छह मई से केदारनाथ के लिए यात्रा खुली थी। तब से 24 जून तक 80 हजार श्रद्धालुओं ने हेलीकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा की।
हेली सेवा का मुख्य फायदा बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को मिला, जिनके लिए 18 से 20 किमी की पैदल यात्रा करने में कठिनाई थी।
10 जुलाई के बाद हेली सेवा अस्थायी रूप से बंद हो जाने के बाद श्रद्धालुओं के पास बाबा केदार के दर्शन के लिए केवल पैदल ही यात्रा का विकल्प होगा।
मौसम विभाग ने प्रदेश में 28 जून तक मानसून आने की संभावना जताई है।जिसे देखते हुए केदार और मंदाकिनी घाटी में केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवाएं दे रही कंपनियां लौटने की तैयारियां कर रही है।
24 जून तक छह हेली कंपनियां लौट चुकी थीं। 30 जून तक तीन और हेली कंपनियां चली जाएंगी। एक जुलाई से केवल एक हेली कंपनी केदारनाथ यात्रा के लिए अपनी सेवाएं देगी। यह कंपनी भी 10 जुलाई के बाद सेवा बंद कर देगी।