आज 25 अगस्त 22 शहीद दुर्गामल्ल की पूण्य तिथि है ।1 जुलाई 1913 में दुर्गामल्ल जी का जन्म डोई वाला में हुआ था,शुरू से ही देश भक्ति की भावना मन मे होने के कारण गोर्खा रायफल मे भर्ती हो गए ,बाद में आज़ाद हिंद फौज में गुप्तचर विभाग में मेजर के पद में थे , 27 मार्च 1944 को जब दुर्गा मल्ल जी शत्रु के शिविरों के बारे में सूचनाएं एकत्र करने के मिशन पर थे , तभी शत्रु पक्ष के सैनिकों ने उन्हें मणिपुर में कोहिमा के निकट उखरूल में पकड़ लिया ।दुर्गामल्ल जी की गिरफ्तारी के बाद लाल किले में उन्हें युद्ध बंदी के रुप मे रखा गया, साम्राज्यवादी ब्रिटिश शासक भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष को येन- केन प्रकारेण दबाने की कोशिश कर रहे थे । इसलिए मृत्युदंड की कार्रवाई पूरी किए जाने के पहले ब्रिटिश अधिकारियों ने मेजर दुर्गा मल्ल जी को इस बात के लिए राजी करने की कोशिश की, कि वह गलती स्वीकार कर लें, और उनसे वादा किया कि यदि वह ऐसा करें तो ,उन्हें माफी दे दी जाएगी । पर ऐसा करना वीर दुर्गा मल्ल जी की इच्छाओं के विरुद्ध था, जिनका एकमात्र उद्देश्य अपने देश को आजाद कराना था ।
उन्होंने ब्रिटिश शासकों के प्रस्ताव को स्वीकार करने के बजाए फांसी के फंदे को गले लगाना उचित समझा । मनाने के सभी प्रयास विफल हो जाने के बाद अंतिम उपाय के रूप में दुर्गा मल्ल की पत्नी श्रीमती शारदा देवी को कैदखाने में उनके सामने लाया गया । ब्रिटिश अधिकारियों का मत था कि वह अपने पति को माफी मांगने के लिए तैयार कर लेंगी । पर मेजर मल्ल के सामने ब्रिटिश अधिकारियों की एक न चली ।
इसके विपरीत उन्होंने (मेजर दुर्गामल्ल जी ने ) अपनी पत्नी को अंतिम बात कही , ” शारदा , मैं अपना जीवन अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए त्याग कर रहा हूं । तुम्हें चिंतित और दुखी नहीं होना चाहिए । मेरे शहीद होने के बाद करोड़ों हिन्दुस्तानी तुम्हारे साथ होंगे । मेरा बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा । भारत आजाद होगा अब यह थोड़े समय की बात है । 15 अगस्त 1944 को महान देशभक्त वीर दुर्गामल्ल जी को लाल किले से दिल्ली सेन्ट्रल जेल लाया गया ।
दस दिन बाद 25 अगस्त 1944 को उन्हें फांसी के तख्ते पर चढ़ा दिया गया । इस प्रकार भारत माता का एक और वीर सपूत शहीद हो गया जिसने स्वतंत्रता की वेदी पर अपना अमूल्य जीवन न्यौछावर कर दिया ।
दुर्गा मल्ल जी हमारे बीच अब नहीं हैं, परन्तु उन्होंने एक सार्थक जीवन जीने के बाद मात्र 31 वर्ष की आयु में अपने प्राणों की आहूति दी और अमर हो गए।
दुर्गामल्ल जी की यादों को युगों युगों तक जिन्दा रखने साथ ही आने वाली युवा पीढ़ी उनसे देश भक्ति की प्रेरणा ले सकें उसके लिये हमारे द्वारा माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिह धामी जी को दिनाँक: 1/11/2022 को तीन सुझाव भेजे थे । (कुछ अन्य सम्मानित लोगो द्वारा भी इससे पूर्व इस विषय मे कार्य किया गया था) (1)डोईवाला चौक में शहीद दुर्गामल्ल जी की संसद भवन में घोडे में बैठी मूर्ति जैसी मूर्ति लगाने का सुझाव दिया गया है ,(2)साथ ही डोईवाला चौक को सभी लोग दुर्गामल्ल चौक के नाम से पुकारे उसके लिये ,हर आने जाने वाले विकर्मो बसों में दुर्गामल्ल चौक लिखवाने का सुझाव है।(3) जॉली ग्रांट एयर पोर्ट का नाम दुर्गामल्ल एयरपोर्ट नाम से प्रचलन में लाने का सहयोग मांगा।
मेरे अनुरोध पर नगर पालिका डोईवाला अधिशासी अधिकारी श्री उत्तम सिह नेगी जी द्वारा दुर्गामल्ल जी की पुण्य तिथि 25 अगस्त में चौक में स्टेचू का शिलान्यास करने को सहमति दे गई ,साथ ही उसी दिन विक्रम आदि में दुर्गामल्ल चौक (डोईवाला) स्टिकर लगाने के लिये अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मनवाल जी ने वादा किया,आज दिनाँक 25 अगस्त दुर्गामल्ल जी की पुण्य तिथि के अवसर पर डोई वाला चौक रेलवे रोड में दुर्गामल्ल की स्टेच्यू लगाने वाली जगह पर नगर पालिका डोई वाला की औऱ से भूमि पूजन एवम शिलान्यास का आयोजन किया गया,जिसमे दुर्गामल्ल जी के सबसे छोटे भाई स्व प्रेम मल्ल की पत्नी श्री मति पदमा मल्ल ,उनके परिवार के सदस्य ,केबिनेट मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल जी, विधायक बृज भूषण गैरोला जी अधिशासी अधिकारी श्री उत्तम सिह नेगी जी,नगर पालिका के सभी अधिकारी /कर्मचारी, साथ ही समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद थे।अधिशासी अधिकारी श्री उत्तम सिह नेगी जी के अनुसार लगभग तीन महीने में चौक में मेजर शहीद दुर्गामल्ल जी की घोडे में बैठी स्टेच्यू साथ ही 100 फीट ऊंचा तिरँगा भी फहराया जाएगा ।
मैं स्वयं (सुरेन्द्र सिह थापा) एवम समस्त उत्तराखण्ड वाशियों की तरफ से माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिह धामी जी /शासन /विशेषकर उत्तम सिह नेगी जी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवम नगर पालिका के समस्त अधिकारी /कर्मचारी का हार्दिक धन्यवाद करता हु ,जिनके सहयोग से दुर्गामल्ल जी की मूर्ति चौक में लगाई जा रही, ये हम सभी की तरफ से दुर्गामल्ल जी को उनकी पुण्य तिथि में सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
आर टी आई क्लब के संगठन सचिव सुरेंद्र सिंह थापा एवम अजय मल्ल द्वारा स्टेज में बैठे सभी सम्मानित लोगो को लोक सभा सचिवालय नई दिल्ली द्वारा जारी दुर्गामल्ल की जीवनी भेंट की
साथ ही केबिनेट मंत्री श्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल एवम विधायक बृज भूषण गैरोला जी।औऱ अधिशासी अधिकारी श्री उत्तम सिह नेगी जी द्वारा डोई वाला की बसों एवम विक्रम में शहीद दुर्गामल्ल चौक का स्टीकर लगाया।