उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कराई गई वाहन चालकों की भर्ती में भी अब घोटाले का आरोप लग रहा है।
इस परीक्षा के नियंत्रण का जिम्मा आयोग की ओर से लखनऊ की एक निजी कंपनी को दिया गया था जो कई राज्यों में ब्लैक लिस्टेड है।
जून-2022 में कराई गई सरकारी विभागों के लिए 164 वाहन चालकों की भर्ती परीक्षा में भी अनियमितता के आरोप लगे हैं।मामले में मुख्यमंत्री को पत्र देकर कार्यवाही की मांग की गई है।
संविदाआउटसोर्स वाहन चालक संघ की ओर से सीएम धामी को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि, 26 जून को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से विभिन्न विभागों में रिक्त वाहन चालकों के 164 पदों के लिए भर्ती परीक्षा कराई गई थी।इसमें लिखित परीक्षा में 50 अंकों का प्रश्न पत्र दिया गया था जबकि आवेदन के समय पर 25 अंक का प्रश्न पत्र बताया गया था।
परीक्षा में समस्त प्रश्न पत्र हल करना अनिवार्य बताया गया परीक्षा में आवेदकों की शैक्षिक योग्यता की मांग आठवीं उत्तीर्ण रखी गई थी, मगर जब प्रश्न पत्र मिला तो उसमें आए समस्त प्रश्न पीसीएस स्तर की परीक्षा के थे।
संविदा आउटसोर्स वाहन चालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री ने मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच एसटीएफ से कराने की मांग की है।