स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के प्रमुख पहाड़ी हिल स्टेशन में पूरे यौवन में नहीं दिखा न्यू ईयर सेलिब्रेशन। नैनीताल फुल, सड़कें जाम और पुलिस का चेतावनी भरा संदेश रहा मुख्य कारणों में।
नैनीताल और आसपास के पर्यटन स्थल विगत वर्षों की भांति इस न्यू ईयर में पूरी तरह से पैक नहीं हुए। जबकि इस वर्ष न्यू ईयर और क्रिस्टमस वीक एंड पर पड़ने से बहुत भीड़ होने की उम्मीद थी। क्रिस्टमस के मौके पर होटलों और सड़कों में सभ्य पर्यटक परिवार नजर आए थे, जबकि न्यू ईयर की शाम तक 20 प्रतिशत से अधिक खाली पड़े नैनीताल व आसपास के क्षेत्रों में लड़के ही लड़के देखने को मिले। नैनीताल में हर न्यू ईयर सेलिब्रेशन के मौके पर फुल रहने वाले बड़े और छोटे होटलों में भी कमरे फुल नहीं हो सके। शाम तक 80 प्रतिशत आए पर्यटकों से खरचे भर ही निकाल सके पर्यटन से जुड़े व्यवसायी।
नैनीताल, भीमताल, मुक्कतेश्वर और आसपास के पर्यटक स्थलों में पर्यटकों के कम संख्या में पहुंचने के कुछ कारण निम्नवत हैं। इसमें एक बड़ा रोल पुलिस का धमकी भरी चेतावनी संदेश था, जिसमें कहा गया है कि हमारे मेहमान न बनें। एक भ्रामक प्रचार जो कह रहा था कि नैनीताल फुल हो गया है, वहां गाड़ियां को प्रवेश नहीं दिया जाएगा और आप घंटों घंटों सड़क के जाम में फंसे रहोगे। इसके साथ ही गैर पंजीकृत होटलों में सामान्य से अधिक कमरे का किराया। कई टैक्सी वालों के मनमानी भरे रेट। बताया गया है कि न्यू ईयर के वीक एंड को देखते हुए कालाढूंगी और यू.एस.नगर से रूट डाइवर्ट किया गया जिससे पर्यटक पहाड़ी हिल स्टेशनों तक नहीं पहुंच सके। मोटरसाइकिल चालकों का प्रवेश प्रतिबंधित था।
एस.पी.पुलिस जगदीश चंद्र का कहना है कि पर्यटकों की सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से असहमति जताई और कहा कि उनका प्लान तो अखबारों और उनकी वेबसाइट में पहले ही आ गया था। कहा कि पार्किंग फुल होने पर ही पर्यटक वाहन रोकने का प्लान था, लेकिन भीड़ नहीं होने पर उन्हें भी नहीं रोका गया। सड़कों में व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए अत्यधिक पुलिस बल तैनात किया गया था।