जयप्रकाश
श्रीनगर गढ़वाल_ श्रीनगर गढ़वाल में इन गर्मियों मैं आम जन मानस को सांस लेना बड़ा दुश्वार हो रखा है। भले ही श्रीनगर को नगर पालिका से नगर निगम का दर्जा मिल गया हो, लेकिन श्रीनगर गढ़वाल सफाई के मामले में नगर पंचायत के बराबर भी नहीं है।
नगर निगम के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी हालत जस की तस है ,एक बारिश के होने से श्रीनगर नगर निगम की सारी नालियां चौक हो जाती है, जिसके चलते कूड़ा सड़कों पर आ जाता है और दुर्गंध से सांस लेना मुश्किल हो जाता है ,इसके दोषी केवल नगर निगम आयुक्त,ठेकेदार और वर्तमान प्रशासक/अध्यक्ष हैं, जो संपूर्ण श्रीनगर नगर निगम का जैविक और अजैविक कूड़ा का कोई ठोस निस्तारण नहीं कर पाए है ।
आपको बताते चलें कि ,संपूर्ण श्रीनगर का कूड़ा नर्सरी रोड के नीचे अलकनंदा नदी के किनारे में इकट्ठा किया जाता है, जो कि इन गर्मियों में बीमारी का सबब बना हुआ है।
ट्रचिंग ग्राउंड ना होने के कारण नगर निगम का कूड़ा इकट्ठा करके ठेकेदार और निगम के जिम्मेदार अधिकारी कूड़े को जला रहे हैं, जिससे कि गर्म लू के साथ धुआं उठ रहा है और ऑक्सीजन की मात्रा को कम करके कार्बनडाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ा रहा है जिससे सांस लेने में बड़ी तकलीफ हो रही है।
समस्त श्रीनगर के व्यापारी संगठन इसका घोर विरोध कर रहे है,लेकिन नगर निगम के आयुक्त ठेकेदार एवं प्रशासक/अध्यक्ष के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।
संपूर्ण जैविक और अजैविक कूड़े को इकट्ठा करके उसको अलकेश्वर घाट के सामने जलाया जा रहा है, जिससे नर्सरी रोड प्रगति विहार एवं मार्शल स्कूल कॉन्वेंट स्कूल आदि जगहों के लोगों के लिए सांस लेना बड़ा मुश्किल हो रखा है। साथ ही साथ अलकनंदा नदी को भी जैविक और अजैविक कूड़े से पूरा गंदा किया जा रहा है।
शाम को श्रीनगर शहर के लोग आजकल जो घूमने जाते हैं,उनके लिए भी बड़ी परेशानी हो रखी है लेकिन नगर निगम इसकी सुध जरा भी नहीं ले रहा है ।
प्रत्येक दिन कूड़ा इकट्ठा करके वहां पर कूड़े को जला रहे हैं और उसका विषैला धुंआ पूरे श्रीनगर शहर में उड़ रहा है,जिससे कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ने से सांस लेने में परेशानी हो रही है।
इस दुर्गंध धुएं से समस्त श्रीनगर के सामाजिक संगठन भी परेशान है, आज श्रीनगर के समस्त व्यापारी एवं सामाजिक संगठन ने कूड़े के समीप जाकर के वहां की स्थिति का जायजा लिया और बताया कि नगर निगम के ठेकेदार अधिकारी आयुक्त तथा प्रशासक के मिली भगत से यह कूड़ा जलाया जा रहा है, जिसने समस्त श्रीनगर की मातृशक्ति छोटे बच्चों एवं आम जनमानस को इस दुर्गंध से सांस लेने में मजबूर किया है जिससे सांस संबधी कई बीमारी हो रही है। श्रीनगर वासियों को सुबह शाम उस तरफ घूमना भी नही हो पा रहा है,जबकि पुल साइड अधिकतर लोग घूमने व्यायाम करने एवं शाम की पाली में गर्मी से निजात पाने के लिए घूमने के लिए निकलते हैं, लेकिन इस दुर्गंध की वजह से आजकल घूमने भी नहीं जा पा रहे हैं, इस दुर्गंध का पूरा ठीकरा नगर निगम के ठेकेदार एवं नगर आयुक्त नगर प्रशासक के सिर फूटता है,सामाजिक संगठन एवं व्यापार संघ ने सीधा अब उच्च न्यायालय की शरण लेने की बात की है।
उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र इसका निस्तारण नहीं किया गया तो हम एक शिष्टमंडल बनाकरके उच्च न्यायालय में रिट दायर करेंगे ।इस मौके पर आज पूर्व जिला पंचायत सदस्य वर्तमान भाजपा जिला उपाध्यक्ष और जो सामाजिक सरोकारों में हर वक्त खड़े रहते हैं ।
लखपत सिंह भंडारी के नेतृत्व में श्रीनगर के समस्त सामाजिक संगठन एवं व्यापारी मंडल ने नगर निगम प्रशासक आयुक्त एवं ठेकेदार को यह बताया कि अगर शीघ्र श्रीनगर में कूड़े का निस्तारण नहीं किया गया तो अब इस श्रीनगर शहर में नगर प्रशासक एवं नगर आयुक्त ही रहेंगे या फिर हम लोग उन्होंने कहा ऐसे विषैले सांस लेने से बढ़िया तो मरना ही ठीक है।
साथ ही यह भी हिदायत दी की अगर जल्दी निस्तारण नहीं किया तो एक उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा,इस अवसर पर विनोद घिड़ीयाल अजब सिंह रावत व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश असवाल देवेंद्र बुटोला हरीश पवार हितेश पुंडीर तथा श्रीनगर की मातृ शक्ति भी उपस्थिति रही।