दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर खतरनाक स्तर छू लिया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। प्रदूषण का स्तर इतना अधिक बढ़ चुका है कि पूरा क्षेत्र मानो गैस चैंबर में तब्दील हो गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा आंकड़ों के अनुसार रविवार, 14 दिसंबर 2025 को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 455 दर्ज किया गया। वहीं गाजियाबाद में AQI 443, नोएडा में 448 और ग्रेटर नोएडा में 472 तक पहुंच गया। ये सभी आंकड़े “गंभीर” श्रेणी में आते हैं और आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक माने जाते हैं।
लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए शनिवार सुबह पहले GRAP का तीसरा चरण लागू किया गया था, लेकिन प्रदूषण में सुधार न होने और हालात के और खराब होने के चलते आयोग ने चौथे चरण को भी लागू करने का फैसला लिया। नियमों के अनुसार जब AQI 450 के पार पहुंच जाता है, तब GRAP का चौथा चरण प्रभावी किया जाता है।
चौथे चरण के तहत दिल्ली एनसीआर में कई सख्त पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। दिल्ली में BS-IV श्रेणी के बड़े व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। हालांकि आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को इस रोक से छूट दी गई है। इसके अलावा BS-6 डीजल ट्रक, इलेक्ट्रिक, सीएनजी और एलएनजी से संचालित व्यावसायिक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति जारी रहेगी।
प्रदूषण के इनि हालात को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने, अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार यदि हालात में जल्द सुधार नहीं हुआ तो स्वास्थ्य संबंधी जोखिम और बढ़ सकते हैं।


