लैंसडौन के विधायक दिलीप सिंह रावत ने फेसबुक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तारीफों का पुल बांधा तो लैंसडौन के एक व्यक्ति ने विधायक को जमीन सुंघा दी। उन्होंने रविंद्र सिंह रावत नाम के इस व्यक्ति ने विधायक को सच्चाई से इस तरह रूबरू करवाया।
‘विधायक जी मुख्यमंत्री जी की चिंता छोड़, रतिभर अपनी विधानसभा लैन्सडाउन की स्थिति से भी अवगत करा देते।
1- राजकीय इंटर कॉलेज रिखणीखाल में 6 प्रवक्ताओं में और 5 सहायक अध्यापकों के पद खाली हैं। प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त है और वरिष्ठ लिपिक का पद खाली है, जबकि छात्र संख्या 200 के पार है। विकासखंड का केंद्रीय विद्यालय भी है। माननीयों के हेलीकॉप्टर भी इसी विद्यालय के प्रांगण में उतरते हैं। अभिभावक संघ के द्वारा धरना प्रदर्शन आंदोलन किए गए, लेकिन आपका सहयोग ना के बराबर रहा और ना ही आपके द्वारा शिक्षकों की कमी को दूर करने का कोई प्रयास किया गया।
2- राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रिखणीखाल की बिल्डिंग बरसों से अपने निर्माण का बाट जोह रही है, लेकिन इस भवन निर्माण में भी आपका प्रयास शून्य रहा और बच्चे रा.ई.का. रिखणीखाल के छोटे से कक्ष में पढ़ रहे हैं और आज यही आईटीआई आपकी ही सरकार में बंदी की कगार पर खड़ा है, जिसको बंद करने के लिए सरकार ने घोषणा भी कर दी है।
3- उप तहसील रिखणीखाल का क्या हाल है सारे कार्य लैंसडौन तहसील से करने पड़ रहे हैं, लेकिन आज तक आपके द्वारा प्रयास नहीं किया गया कि जिस रिखणीखाल के तहसील के लिए अलग से भवन की व्यवस्था हो, जबकि भूमि चयनित हो रखी है और भवन बन सके, ताकि उप तहसील रिखणीखाल से ही संचालित हो सके, लेकिन क्या करें दुर्भाग्य क्षेत्र का।
4 – पॉलिटेक्निक बडख़ेत सालों बीत गए हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है।
5- रिखणीखाल, खीमाखेत, किल्बौखाल, मोटर मार्ग की स्थिति से आप भली-भांति अवगत हैं, लेकिन पता ही नहीं चल रहा है कि सड़क में गड्ढे है या गड्ढों में सड़क है। वही हाल किमगांव बैण्ड, सुलमोडी, रेवा, छानीखाल मोटर मार्ग का है। इस सड़क को बनते बनते 8 साल बीत गए हैं, लेकिन सड़क की दुर्दशा आपके विकासपरक सोच को लैंसडाउन विधानसभा के मानचित्र पर दर्शाता है।
देखना है कि रविंद्र रावत द्वारा दिखाए गए इस आईने के बाद विधायक दिलीप रावत क्या कदम उठाते हैं।