विनोद कोठियाल
उत्तराखंड में आज वन विभाग के अफसरों को ताश के पत्तों की तरह फेंट दिया गया।
प्रमुख वन संरक्षक रंजना काला को वन्य जीव एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक का कार्यभार हटाकर वन पंचायत सौंपा गया है। बाध्य प्रतीक्षा में चल रहे प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी को वन्य जीव प्रतिपालक का दायित्व दिया गया है।
मुख्य वन संरक्षक भूवनचंद्र को नमामि गंगे परियोजना का परियोजना निदेशक बनाया गया है साथ ही उन्हें आजीविका आई टी और आधुनिकीकरण का प्रभार दिया गया है।
मुख्य वन संरक्षक वीके गांगटे को वनाग्नि और आपदा प्रबंधन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते को रामनगर वन प्रभाग से हटाकर हल्द्वानी पश्चिमी वृत्त का वन संरक्षक बनाया गया है।
तेजस्विनी अरविंद पाटील को दक्षिणी कुमाऊं वृत्त नैनीताल का वन संरक्षक बनाया गया है। वन संरक्षक धर्मेंद्र कुमार नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व गोपेश्वर के वन संरक्षक है उन्हें मुख्यालय में कार्य योजना अधिकारी अतिरिक्त रूप से प्रभार दिया है ।
जलागम में कार्य कर रहे वन संरक्षक अखिलेश तिवारी को वानिकी प्रशिक्षण अकादमी हल्द्वानी का उप निदेशक बनाया गया है।
उप वन संरक्षक मयंक शेखर झा को रुद्रप्रयाग वन प्रभाग से हटाकर बाध्य प्रतीक्षा में रखा गया है।
उप वन संरक्षक वैभव कुमार सिंह को लैंसडौन से रुद्रप्रयाग भेजा गया है। आईएसएस महातिम यादव को हल्द्वानी वन प्रभाग का उप वन संरक्षक बनाया गया है।
यह पद अभी तक रिक्त चल रहा था।
आई एफ एस कुंदन कुमार को अल्मोड़ा का वन संरक्षक बनाया गया है तथा आशुतोष सिंह बदरीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर भेजे गए हैं।
आईएफएस पुनीत तोमर कालागढ़ टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक बनाए गए हैं।
दिनकर तिवारी को भूमि संरक्षण वन प्रभाग नैनीताल का प्रभागीय वन अधिकारी बनाया गया है तो राजबहादुर को भूमि संरक्षण वन प्रभाग उत्तरकाशी का प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी बनाया गया है।
नीरज कुमार को भी अतिरिक्त भूमि संरक्षण वन प्रभाग रामनगर का प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी बनाया गया है। रमेश चंद्र कांडपाल राजाजी टाइगर रिजर्व के प्रभारी उप वन संरक्षक रहेंगे।