कल यानी 17 जुलाई को दो व्यक्तियों को रात के लगभग 11:00 बजे जंगल में एक बच्चा रोता मिला। जो अब बाल गृह केदारपुरम देहरादून में है। इस बच्चे की फोटो साथ में लगा दी गई है अगर आप इस बच्चे को पहचानते हैं तो इसके परिजनों तक इस खबर को जरुर शेयर कर दे। कोई भी मदद जो आप कर सके वह इस बच्चे को इसके परिजनों से मिलने के लिए बहुत अहम होगी।
दरअसल,दिनांक 17.07.2024 को दो व्यक्ति मंगू राम पुत्र रोशन लाल और संसार दास पुत्र पूरन चन्द्र नोगली खाखरोला शिमला हिलाचल प्रदेश से पांवटा साहिब नौकरी करने के लिए आ रहे थे कि चण्डीगढ गावं के नजदीक लगभग रात्रि 11:00 बजे उन्हे जंगल में एक बच्चा रोते हुए दिखाई दिया। बच्चों की उम्र लगभग डेढ़ साल के आसपास होगी।उन्होने 2 घन्टे तक रूक वहां पर किसी परिजन के आने की प्रतीक्षा की मगर जब कोई नही आया तो उन्होने अज्ञात बालक को उठा लिया और गूगल सर्च कर श्रद्वानंद बाल वितिना आश्रम का नाम और फोन न० प्राप्त किया और बच्चे को आज दोपहर श्रद्वानंद बाल वितिना आश्रम में सौंप दिया।
श्रद्वानंद बाल वितिना आश्रम ने चाइल्ड लाइन देहरादून को इस घटना से अवगत कराया और बालक को बाल कल्याण समिति देहरादून के समक्ष प्रस्तुत किया।
बाल कल्याण समिति देहरादून के आदेश अनुसार बालक को राजकीय शिशु सदन/बाल गृह केदारपुरम देहरादून मे प्रवेश दिया गया।
उक्त के सम्बंध में अधिक जानकारी हेतु जिला प्रोबेशन अधिकारी श्रीमती मीना बिष्ट (सम्पर्क न0 7055703154) एवं सुनीता सिहं अधीक्षिका राजकीय शिशु सदन / बाल गृह केदारपुरम देहरादून में (सम्पर्क न0 9411364220) सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।