कांग्रेस ने महिला नेतृत्व को निर्णायक भूमिका में लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला को हिमाचल प्रदेश महिला कांग्रेस संगठन के सृजन और सुदृढ़ीकरण की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही उन्हें हिमाचल प्रदेश महिला कांग्रेस की ऑब्जर्वर भी नियुक्त किया गया है।
यह निर्णय रौतेला के बढ़ते राजनीतिक कद और उनके सशक्त संगठनात्मक कौशल का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है।

पूर्व में तेलंगाना में AICC ऑब्जर्वर के रूप में कार्य कर चुकी ज्योति रौतेला ने वहां महिला कांग्रेस के विस्तार और बूथ-स्तरीय नेटवर्क को सशक्त करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की थी। उनकी रणनीतिक दृष्टि, जमीनी अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने उन्हें हिमाचल जैसे रणनीतिक राज्य की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
उत्तराखंड में रौतेला महिलाओं के अधिकार और सम्मान की मुखर आवाज़ रही हैं। अंकिता भंडारी हत्याकांड में सिर मुंडवाकर किया गया उनका विरोध प्रदर्शन उनकी निर्भीक और सशक्त राजनीतिक पहचान का प्रतीक बना। महिला सुरक्षा, समान अवसर और राजनीतिक भागीदारी के लिए उनका निरंतर संघर्ष उन्हें एक प्रेरक महिला नेता के रूप में स्थापित करता है।
हिमाचल में उनकी प्राथमिकता संगठन को जमीनी स्तर पर सक्रिय करना, युवा महिला कार्यकर्ताओं को जोड़ना और महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी को संस्थागत रूप देना होगा।
ज्योति रौतेला ने अपनी नियुक्ति पर कहा —
“कांग्रेस में महिलाओं की भूमिका केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक होनी चाहिए। हिमाचल में यह जिम्मेदारी महिलाओं को सत्ता के केंद्र में लाने की दिशा में बड़ा अवसर है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी लगातार महिला नेतृत्व को अग्रणी स्थान दे रही है।
ज्योति रौतेला की यह नियुक्ति कांग्रेस की नई राजनीतिक सोच और महिला सशक्तिकरण की नीति का प्रभावशाली उदाहरण मानी जा रही है।


