अनुज नेगी
देहरादून।राजाजी टाइगर रिजर्व में इन दिनों माफिया व गुंडाराज चल रहा है। बीते कुछ दिनों से राजाजी पार्क की गोहरी रेंज के रेंजर व लक्ष्मणझूला के अनुभाग अधिकारी (सेक्सन इंचार्ज)का ख़ौफ़ पसरा हुआ है।
खुलेआम किसी से न डरने की धमकी देने वाले अनुभाग अधिकारी व रेंजर के किस्से चर्चा में बने हुए है। जब से इनकी तैनाती यंहा हुई है इस क्षेत्र में उगाही का बाजार चरम पर पँहुच गया है। कुछ दिनों पूर्व नगर पंचायत के बैरियर के पार्क क्षेत्र में लगे होने से इनकी मिलीभगत का खुलासा हुआ था।
अब एक बार फिर इन दोनों की गुंडागर्दी का नया किस्सा बाहर आया है। मामला इसी क्षेत्र के प्रसिद्ध 84 कुटी से जुड़ा हुआ है। यंहा तैनात वन आरक्षी ने एक पत्र अपने संघ को लिखा है।
इस पत्र में जो दर्द उसने बयां किया है, वह इन दोनों अधिकारियों के माफियाराज की पोल खोल रहा है। बकौल वन आरक्षी रेंज अधिकारी व सेक्सन इंचार्ज 84 कुटी के राजस्व से तीन लाख रुपये प्रतिमाह देने की मांग कर रहे थे।
जब इस वन आरक्षी ने ऐसा करने से मना किया तो रेंज अधिकारी ने सेक्सन इंचार्ज को राजस्व वसूलने के अधिकार दे दिया। पिछले कुछ माह से यह सेक्सन इंचार्ज दिन भर 84 कुटी में रह कर राजस्व वसूलने के कार्यो को संविदा कर्मी से करवाता है।
वह आरक्षी ने जब इसी क्षेत्र में लगे टोल बैरियर को हटाने का प्रयास किया तो उसे पिटवाने की धमकी भी दी गयी। इस सारे घटनाक्रम से परेशान वन कर्मी कुछ दिनों के अवकाश पर चला गया। अब उसने इसकी शिकायत अपने संघ से की है।
कैसे की जाती है 84 कुटी से अवैध वसूली
84 कुटी को राजाजी टाइगर पार्क की सोने का अंडा देने वाली मुर्गी भी कहा जाता है। यंहा आने वाले विदेशी ही कमाई का जरिया होते है। कुछ दिनों से इस गेट पर संविदा कर्मी को बिलिंग के लिए लगाया गया है,यह संविदा कर्मी यहां आने वाले विदेशियों में से कुछ को सरकारी बिलिंग रसीद देता है,जो सरकारी आकड़ों में दर्ज हो जाता है। मगर इसी बीच यह कुछ विदेशियों को सरकारी रसीद न दे कर 84 कुटी के ब्रोसर पकड़ा देता है, उसका पैसा सीधे दोनों अधिकारियों को दे दिया जाता है।वहीं इस मामले को लेकर वन आरक्षी संघ भी मुखर हो गया है।
निदेशक ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
इस सम्पूर्ण प्रकरण के बाद नाराज सहायक वन कर्मचारी संघ व सहायक बीट कर्मचारी संघ ने राजाजी के निदेशक पीके पात्रो से मुलाकात की। कर्मचारियों द्वारा दोषी रेंजर व फॉरेस्टर के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की गई,कार्यवाही न होने पर अगर आंदोलन व हड़ताल की बात कही गयी। दोनों संगठनों से मुलाकात के बाद निदेशक ने जल्द ही कठोर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
” मेरे संज्ञान में यह मामला आ गया है इस मामले को लेकर मैंने कल इमरजेंसी पूरे स्टाप की बैठक रखी है,दोनों पक्षों से बात की जायेगी,अगर इस मामले में सत्यता पाई जाती है तो दोषियों पर तुरन्त कार्यवही की जायेगी।”——
*ललिता प्रसाद टम्टा- वन्यजीव प्रतिपालक राजाजी पार्क*
“हमने इस मामले में डायरेक्टर को शिकायत कर दी है,डायरेक्टर ने हमे अस्वासन दिया है,इस मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही होगी,अगर इसमे कोई कार्यवाही नही होती तो हम धरना प्रदर्शन करेंगे।”———
काला कश्यप – अध्यक्ष वन रक्षक संघ राजाजी पार्क