उत्तराखंड में लगातार आफत की बारिश कहर बरपा रही है। कल रात कई क्षेत्रों में कयामत की रात गुजरी। डरे-सहमे लोगों ने बमुश्किल रात गुजारी। कल रात कई जगह अलर्ट मोड पर रहे। प्रशासन पूरी रात लोगों को नदियों के किनारे से हटाकर सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे रहे।
सबसे पहले हरिद्वार के बहादराबाद में एक मकान गिरने से दो बच्चों समेत एक व्यक्ति की मौत की खबर आई,साथ ही पांच घायल भी हुए। इसके बाद तो जैसे प्रदेश में आपदा जैसी स्थिति बन गई।
अलग-अलग हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग लापता हैं,उनकी तलाश जारी है।
केदारघाटी में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है, केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर पहुंच गया है।
सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग में बाजारों के साथ होट और लॉज को खाली करवा दिया। तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग को करीब
30 मीटर हिस्सा बह गया है। एहतियात के तौर पर 200 लोगों को जीएमवीएन के गेस्ट हाउस और पुलिस चौकी में ठहराया गया है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच चट्टान रास्ते पर गिरने की भी सूचना है।
टिहरी के घनसाली में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक छोटा होटल ढहने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
जबकि गैरसैंण के रोहिड़ा में एक मकान पर मलबा गिरने से एक महिला की मौत हो गई। दूसरी ओर चमोली के बेलचोरी में मकान ढहने से दो लोग लापता हो गए हैं।
वही देहरादून में भी बारिश में देर शाम से लेकर देर रात तक जमकर कहर बरसाया नदियों किनारे बसे निचले इलाकों में रात भर बाढ़ जैसे हालात बने रहे।नालापानी में सड़क पर पानी इतना तेज बहने लगा कि दो लोग बहकर लापता हो गए। जिनमें से एक का शव बरामद हो गया। वहीं, रिस्पना समेत शहर के नदी-नाले उफान पर आ गए।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार,इन सभी हादसा में नौ लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लोग अभी भी लापता है।