मुख्यमंत्री के गृह जनपद में लोगो ने स्वयं सड़क बनाकर सरकार को दिखाया आईना
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
पौड़ी। सरकार लगातार हर गांव को सड़क से जोड़ने की बात कर रही है, पर आज भी प्रदेश के कई गांव सड़क से वंचित हैं। खुद मुख्यमंत्री के गृह जनपद के कई गांव सड़क से वंचित हैं। गांव के लोग रोज सड़क का रोना सोशल मीडिया पर रो रहे हैं और इस कोरोना महामारी के दौरान घर लौटे युवाओं ने कई गांव को बिना सरकार की मदद के सड़क से जोड दिया है। आज हम आपको पौड़ी जनपद के कल्जीखाल विकास खण्ड ग्राम बेडलगांव वासियो की आपबीती सुना रहे हैं। जहां ग्रामीणों ने स्वयं ही 1.5 किलोमीटर सड़क बना डाली। कोरोना के दौरान बेरोजगार होकर गांव लौटे प्रवासी गांव में स्वरोजगार की उम्मीद लगाकार लगातार ब्लॉक मुख्यालयों एवं उद्योग विभाग के अलावा बैंकों के चक्कर काट स्वरोजगार में कोई सफलता नही मिली।
लेकिन कोरोना ने गांव आए युवाओ की एकजुटता ने ग्रुप के माध्यम से गांव की सड़क निर्माण की योजना बनाई। सभी ग्रामवासियों एवं प्रवासियों ने एकजुटता दिखाते हुए सड़क के लिए चंदा एक्रित करने का संदेश दिया। जिसमें गांव के गरीब से गरीब वर्ग के मजदूर ने भी 5000 की धनराशि दी। वही प्रवासियों ने दस हजार से ऊपर की धनराशि दी। वह सेवानिवृत्त ग्रामवासियों ने अपनी एक माह की पेंशन देकर इस श्रमदान की आहुति डाली। इस प्रकार पांच लाख एकत्रित कर कोरोना के दौरान ग्रामीणों ने सड़क बना डाली और सरकार जनप्रतिनिधियों को आइना दिखाया। सड़क की अलाईमेंट इस प्रकार की लोनिवि इंजीनियर भी फेल हो जाए।