रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
थराली:
कर्णप्रयाग- ग्वालदम सड़क चौड़ीकरण की खबरों के बीच चौड़ीकरण को लेकर पिछले सप्ताह तहसील थराली में जनसुनवाई की गई थी | जनसुनवाई में जनता को सही जानकारी ना मिलने पर क्षेत्रीय लोगों में काफी आक्रोश बढ़ता जा रहा है| तहसील प्रशासन और बीआरओ के आला अधिकारियों ने पिछली जनसुनवाई में जानकारी देते हुए बताया था कि, सड़क के मध्य बिंदु से 12 मीटर ऊपर तथा 12 मीटर नीचे भूमि अधिग्रहण होनी है | जिससे ग्वालदम से लेकर कर्णप्रयाग तक सैकड़ों भवन सड़क चौड़ीकरण की चपेट में आ रहे हैं | चौड़ीकरण के बाद जहां थराली, तलवाड़ी, ग्वालदम सहित कई बाज़ारो के अस्तित्व को खतरा है | वहीं कई आवासीय मकान भी नेस्तोनाबूद हो जाएंगे| ऐसे में स्थानीय लोगो के रोजगार और आवसीय व्यवस्थाओं पर भी खतरा मंडरा रहा है और जनसुनवाई में अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट न होने पर प्रभावितो में सरकार और शासन प्रशासन के प्रति खासा आक्रोश बना हुआ है।
ऐसे में शनिवार को कुलसारी में चौड़ीकरण में प्रभावित होने वाले भवन स्वामी तथा व्यापारियों के बीच एक बैठक आहूत की गई| जिसमें सभी लोगों ने एक स्वर में विकास में आड़े न आने की बात तो कही साथ ही प्रभावितों ने कहा कि, जिन लोगों के भवन या व्यापारिक प्रतिष्ठान भूमि अधिग्रहण के अंतर्गत आते हैं उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए चाहे वह भवन या दुकान किसी भी भूमि पर बनी हो, जिससे जनता द्वारा अपनी पूरी उम्र की कमाई लगाकर बनाया है।
वही बैठक में एक समन्वय समिति का गठन भी किया गया| जो पूरे पिंडर के सभी व्यापारियों भवन स्वामियों तथा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्या को सुनकर उनकी बातों को सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे| वहीं कुलसारी में संघर्ष समिति का अध्यक्ष खिलाफ सिंह बिष्ट और सचिव महिपाल भंडारी को बनाया गया|