हरिद्वार। फसलों की कटाई का समय शुरू होने के चलते जिलाधिकारी हरिद्वार ने कृषकों को राहत दी है। अब 3 श्रमिक कंबाइन एवं थ्रेसर के साथ खेतों में जा सकेंगे। फसल काटने के बाद किसान गेहूं को अपने घर एवं गोदाम पर ही एकत्रित कर सकते हैं।
जो किसान आटा मिल तक गेहूं को आपूर्ति करवाना चाहते हैं, ऐसे किसानों को आटा मिल तक परिवहन की अनुमति प्रदान की गई है। कृषि फसलों में निराई गुड़ाई रोपाई कीटनाशकों का छिड़काव एवं कटाई आदि कार्यों के लिए श्रमिकों की व्यवस्था गांव स्तर पर ही की जाएगी, लेकिन फसलों में रोगिंग कार्य के लिए अधिकतम 3 श्रमिक ही प्रति एकड़ में जा पाएंगे। हालांकि इसकी निगरानी के लिए निरीक्षक भी तैनात किए जाएंगे।
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हरिद्वार के कृषि अधिकारी विकास यादव ने बताया कि गेहूं व अन्य फसल पकने को तैयार हैं। ऐसे में किसानों की समस्या को देखते हुए उन्हें राहत देने का निर्णय लिया गया है, ताकि उनकी पकी हुई फसल समय पर किसान उसे काट सकें और नुकसान न हो सके। लेकिन लॉकडाउन में तीन श्रमिकों से ज्यादा एक जगह पर इकट्ठा नहीं होने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में आसानी हो सके।