मुकेश बछेती/पौड़ी
जहां पूरे विश्व में कोरोना वायरस को लेकर खास एहतियात बरती जा रही है और अब प्रदेश सरकार द्वारा कई ऐसे आदेश जारी कर दिए गए हैं, जिनमें साफ-साफ निर्देशित किया गया है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूरी बनाए जाए। इसके साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल, कॉलेज, मोल, सिनेमाघर जैसे स्थानों में आने वाली 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे कि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत आज इन सब बातों से दूर पौड़ी मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर पाबौ ब्लॉक में प्रधान संगठन के साथ मीटिंग करते हुए दिखाई दिए। इस बैठक में पाबौ ब्लाक के सभी प्रधानों ने प्रतिभाग किया। यह बैठक ब्लॉक स्तर के कार्यों के सापेक्ष बुलाई गई थी, मगर मंत्री ये भूल गए कि उनकी ही सरकार द्वारा कई ऐसे फैसले किए गए हैं, जिनमें साफ तौर से इस तरह की बैठकों और मीटिंग में साफ तौर से प्रतिबंध लगाया जा चुका है, इन प्रतिबंधों के कारण ही प्रदेश सरकार अपने 3 वर्ष के कार्यकाल पूरा होने पर जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने थे, वे सभी कार्यक्रम मुख्यमंत्री द्वारा निरस्त करने के आदेश दे दिए गए।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इन आदेशों के बावजूद मुख्यालय से कुछ किलोमीटर की दूरी में सैकड़ों की संख्या में एकत्र हुए लोगों के साथ बैठक करते हुए साफ देखे जा सकते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंत्री कोरोना वायरस के प्रति कितने गंभीर हैं।
जहां एक ओर मंत्री को सभी से अपील करनी चाहिए थी कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूरी बनाए तो वही मंत्री खुद इन भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बैठकों का हिस्सा बनते जा रहे हैं, जो सरकार के कार्यों में सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं। मंत्री को चाहिए कि वह कुछ समय इस तरह की बैठकों दूरी बना ले, जिससे जनता में भी सरकार आदेशों की गंभीरता दिखई दे।