रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
थराली ।
ग्वालदम – कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रहे निर्माणाधीन पुल पर सवाल उठने लगे हैं ।सीमा सड़क संगठन की लापरवाही के चलते यहां बन रहे पुल का स्पान भूस्खलन की जद में है ।
लोल्टी के समीप कार्यदाई संस्था बीआरओ के द्वारा मोटर पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। इस पर बनाये गये स्पान पर खतरा मंडराने लगा है ।
करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस पुल का निर्माण होने से पहले ही इस पुल के स्पान पर खतरा मंडराने लगा है। लोगों ने अब बीआरओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
लोगो का कहना है कि, सरकारी धन का किस प्रकार बीआरओ द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है ।इसका जीता जागता उदाहरण लोल्टी के समीप बन रहे पुल के स्पान से पता चल रहा है।
कार्यदाई संस्था बीआरओ के द्वारा पुल निर्माण का कार्य प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है लेकिन निर्माण कार्य के दौरान यहां पर बीआरओ के आला अधिकारी से लेकर जेई तक रो मेटिरियर की क्वालिटी चैक करने के लिए यहां पर रखे जाते हैं। बावजूद इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन ?
प्रदेश भर में इससे पहले भी सड़क निर्माण हो या पुल निर्माण लगातार लापरवाही की खबरें सामने आयी हैं लेकिन जीरो टॉलरेंस की सरकार में किस प्रकार भ्रष्टाचार फल- फूल रहा है ।
इसका जीता जागता उदाहरण प्रदेश के तमाम सड़के हो या पुल देखने को मिल रहे हैं। अब एक नया मामला ग्वालदम कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग लोल्टी के समीप भी देखने को मिल रहा है। यहां पुल बनने से पहले जो स्पान तैयार किया जाता है। वही स्पान अब भूस्खलन की चपेट में आने से बीआरओ की लापरवाही सामने आने से आम जनता का कार्यदाई संस्था बीआरओ से भरोसा उठने लगा है।