नई टिहरी । आपके लोकप्रिय और विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल पर्वतजन ने जिस भी मुद्दे को आवाज दी है प्रशासन ने उसका संज्ञान लेकर उस पर कार्रवाई अवश्य की है। ताजा मामला टिहरी के बोराड़ी अस्पताल का है। इसको राज्य सरकार ने पीपीपी मोड पर दिया हुआ है। हमने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और दिखाया कि किस तरह PPP मोड पर दिए जाने के बाद इस अस्पताल की हालत खस्ताहाल हो गई है।
डीएम का छापा
मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है और आए दिन हंगामा हो रहा है। यह अस्पताल महज रेफरल सेंटर बन कर रह गया है। खबर का संज्ञान लेकर आज टिहरी जिलाअधिकारी आज अस्पताल पहुंचे। जहां उन्हें तमाम खामियां नजर आई। मरीजों ने भी खुलकर अपनी पीड़ा जिला अधिकारी के सामने बयां की।
देखिए वीडियो क्या कहते हैं विपक्षी दल !
टिहरी जिले का सबसे बडे अस्पताल बौराडी जब से पीपीमोड पर हिमालय अस्पताल, जोलीग्रांट को दिया गया तब से यहां इलाज कम हंगामा ज्यादा हो रहा है। मरीजों के साथ दुर्व्यवहार के साथ ही जो भी मरीज यहां इलाज के लिये आता उसे रैफर किया जाता है।
अल्ट्रासाउंड करने वाले डाक्टर 20 मरीज से ज्यादा मरीजों का अल्टरासाउण्ड नही करते हैं।
हड्डी टूटने पर पोस्टमार्टम करने वाले कर्मचारी और वार्डवाय से टूटे टूटी हड्डियों पर पलास्टर बांधने की शिकायत भी यहां मरीजों ने की है।
पीपीपी मोड में काम करने वाले अस्पताल प्रबन्धन की लापरवाही के कारण टिहरी की जनता परेशान हो गई थी। मरीजों को इलाज नही हो पा रहा था। अस्पताल को लेकर मिली तमाम शिकायतों के बाद आज नये जिलाधिकारी वी षणमुगम ने अचानक बौराडी अस्पताल में छापा मारा तो अस्पताल के पूरे स्टाफ में हडकम्प मच गया। जिलाधिकारी ने अस्पताल में जहां भी देखा, हर जगह-जगह कमियां दिखाई दी।
जिलाधिकारी ने अस्पताल के एमरजेन्सी वार्ड में कर्मचारी से निमुलाइजर चलवाने के लिये बोला तो वह निमुलाइजर नही चला पाया। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराज होकर अस्पताल प्रबन्धन को फटकार लगाते हुये कहा कि वह 15 दिन के अन्दर अस्पताल की दशा सुधार ले नही तो कडी कार्यावाही की जायेगी।
नये जिलाधिकारी के द्धारा पीपीपी मोड के द्धारा चलाये जा रहे बौराडी अस्पताल में अचानक जो छापा मार कर अस्पताल की लापरवाही देखी और पूरे स्टाफ को फटकार लगाई। स्थानीय देवेंद्र ने कहा कि अस्पताल में खामियां ही खामियां हैं।
जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी ने भागीरथी जगपानी ने भी अस्पताल के पूरे स्टाफ को निर्देश दिये कि वह मरीजों के इलाज में लापरवाही ना करे ओर मरीजों से सही से पेश आये वरना कड़ी कार्यावाही की जायेगी।
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