उत्तराखंड में कोरोना से जंग की तैयारी “ढाक के तीन पात”। मुख्यमंत्री स्वंय हुए दिल्ली एम्स में भर्ती
कोरोना से जंग को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने लाखों दावे किये। करोड़ों खर्च किये, कोरोना पीड़ितों के लिए आइसोलेशन वार्ड, बेड, वेंटीलेटर और तमाम सुविधाएं देने का दावा किया। लेकिन इन दावों की हवा आज सुबह निकल गयी। कोरोना संक्रमित त्रिवेंद्र रावत को थोड़ा बुखार आया और फेफड़ों में मामूली इंफेक्शन हुआ। यह बात उनके डाक्टर एनएस बिष्ट ने बतायी। ठीक है उनका दून अस्पताल में भर्ती होना जरूरी था, वो हुए भी। इसके बाद यदि उन्हें दून अस्पताल के स्वयं पर किये गये प्रबंध और अपने डाक्टरों पर यकीन नहीं था तो एम्स ऋषिकेश जाते।
प्रो. रविकांत और उनकी टीम पर तो विश्वास करते। क्योंकि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने तो किया था, खैर त्रिवेन्द्र रावत दिल्ली चले गये, अच्छा किया। पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता है, लेकिन प्रदेश का सवाल यह है कि, जब मुख्यमंत्री ही अपने डाक्टरों और अपने द्वारा उपलब्ध संशाधनों पर यकीन कर रहे है तो प्रदेश की सवा करोड़ जनता किस पर भरोसे करें?