प्रवासी उत्तराखंडी विभिन्न स्कूलों और सामुदायिक भवनों में रहकर बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। कई दिनों क्वारंटीन सेंटरों में फूल पौधे लगाकर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है तो कहीं चहारदीवारी व टूटे पुश्ते लगाए जा रहे हैं।
प्रवासी लगा रहे फूल पौधे व टूटे पुश्ते
क्वारंटीन में रह रहे प्रवासियों ने प्राथमिक विद्यालय दुगड़ू गाजणा डुण्डा उत्तरकाशी में बीज बम अभियान शुरू कर दिया गया है। उनकी इस पहल प्रदेशभर में खूब सराहना हो रही है।
इस अभियान को शुरू करवाने वाले टीकाराम सिंह कहते हैं कि क्वारंटीन में रहने के दौरान 14 दिनों क सदुपयोग किया जाना बहुत जरूरी है। हमने प्राथमिक विद्यालय दुग्डू़ गाजणा डुण्डा उत्तरकाशी में हमने बीज बम अभियान शुरू कर दिया दिया है, क्योंकि 14 दिन का क्वारंटीन में कुछ काम करना संभव नहीं है, तो हमने स्कूल में वृक्ष लगाए और कल से हम बीज बम बनाना शुरू कर दिया। बीज बम के अनेकों फायदे हैं । जापान और मिश्र जैसे देशों में यह तकनीकी सीड बॉल के नाम से सदियों पहले से परंपरागत रूप से चलती रही है।
इसे बीज बम नाम इसलिए दिया गया है, ताकि इस तरह के अटपटे नाम से लोग आकर्षित हों और इस बारे में जानने का प्रयास करें। इसमें मिट्टी और गोबर को पानी के साथ मिलाकर एक गोला बना दिया है और स्थानीय जलवायु और मौसम के अनुसार उस गोले में कुछ बीज डाल दिये जाते हैं। इस बम को जंगल में कहीं भी अनुकूल स्थान पर छोड़ दिया जाता है।
टीकाराम बताते हैं कि हमारा लक्ष्य बंदर, लंगूर और सूअर जैसे वन्य जीव हैं, जो पहाड़ों में खेती को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन जानवरों को जंगलों में ही मौसमी सब्जियां आदि मिल जाएं तो वे रिहायशी इलाकों में नहीं आएंगे। दीर्घकाल के लिए भालू, गुलदार और टाइगर जैसे हिंसक जानवर भी हमारा लक्ष्य हैं। इसमें एक भी रुपया खर्च नहीं होता है, क्योंकि सभी चीजें घर में मिल जाती हैं। इसके कई फायदे हैं। इससे जंगल में हरियाली बढ़ती है। साथ ही जंगली जानवरों को जंगल में ही भोजन मिल जाता है। उन्हें भोजन की तलाश में आबादी की ओर नहीं आना पड़ता है।
चौबट्टाखाल के युवाओं ने किया स्कूल का जीर्णोद्धार
एक सुंदर पहल पौड़ी गढ़वाल तहसील चौबट्टाखाल के अंतर्गत आने वाले दलमाणा गांव के युवाओं ने क्वारंटीन सेंटर अपने प्राथमिक विद्यालय में समय का सदुपयोग कर विद्यालय में कई उत्कृष्ट कार्य करके एक अनुठी पहल की है। विद्यालय के प्रांगण की दशा तथा पूरी दीवार टूट चुकी थी। जिसे गांव के युवाओं ने फिर से ठीक किया।
लॉकडाउन के चलते विद्यालय बंद होने के कारण उगी झाडिय़ों को काटकर तथा विद्यालय में लगाए गए विभिन्न प्रकार के पेड पौधों व फूलों का संरक्षण कर प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं। इस सुंदर अनुकरणीय कार्य के लिए सभी युवाओं की खूब प्रशंसा हो रही है। इसके लिए ग्राम दलमाणा के समस्त द्विवेदी जन इन युवाओं का आभार जता रहे हैं।
स्कूल को अपनी मेहनत से बना दिया खूबसूरत
वहीं दूसरी ओर नैनीताल के बिंदुखता के एक एक इंटर कॉलेज में क्वारंटीन किए गए युवाओं ने स्कूल को अपनी मेहनत से खूबसूरत बना दिया है। बिंदुखता स्थित राजकीय इंटर कॉलेज बिंदुखेड़ा में 25-30 युवाओं को क्वारंटीन किया गया है।
महाराष्ट्र और गुजरात से लौटे हैं. ऐसे में कई युवक ऐसे भी हैं जो इसी इंटर कॉलेज में पढ़ाई भी कर चुके हैं और लॉकडाउन के चलते इनकी नौकरी जा चुकी है। अब अपने घर लौटे हैं, जो क्वारंटाइन में स्कूल को संवारने का काम कर रहे हैं।