स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
नैनीझील के रिचार्जिंग जोन सूखाताल के सौन्दर्यकरण के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी की अध्यक्षता में आयोजित की गई । बैठक में नैनीताल विधायक संजीव आर्य, नगर पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्भयाल सहित सामाजिक संगठनों के लोग, जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया। बैठक सूखाताल की वर्तमान स्थिति को ठीक कर उसका संरक्षण, संवर्धन करते हुए सौन्दर्यकरण करना था ।
बरसाती झील सूखाताल को नैनीझील का जल श्रोत माना जाता है। इसे बचाने के लिए लंबे समय से जनहित याचिका और एक्टिविस्ट सक्रिय हो गए थे । कुछ समय पहले से इसके पुनरोद्धार के नाम पर एक प्रोजेक्ट के तहत काम चल रहा है । नैनीताल के स्थानीय जागरूक लोगों ने इसका विरोध किया । प्रशासन का कहना है कि इसके संरक्षण और रख-रखाव के लिए नए डेस्टीनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। लेकिन सुखताल क्षेत्र में झील निर्माण के लिए भारी निर्माण किया जा रहा है। जिसको देखते हुए स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है।
वहीं प्रबन्ध निदेशक के.एम.वी.एन.नरेन्द्र सिंह भण्डारी ने बताया कि झील संरक्षण एवं सौन्दर्यकरण योजना को पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के अनुकूल बनाने पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कार्य योजना बेहतर करने के लिए जो भी सुझाव प्राप्त होंगे उन्हें कार्य योजना में शामिल किया जायेगा। बताया कि मण्डलायुक्त ने भूवैज्ञानिक, इकोलोजिस्ट, हाईड्रोलोजिस्ट को शामिल करते हुए चार सदस्यीय टैक्नीकल एडवाईजरी सब कमेटी का गठन किया है जिसमें डाॅ.अजय रावत को अध्यक्ष तथा प्रोफेसर चारू पन्त, अनुपम साह, तथा विशाल सिंह को सदस्य नामित किया गया। सेंटर फॉर इकोलॉजी डेवलपमेंट एंड रिसर्च (सीडर) के कार्याकारी निदेशक विशाल सिंह का कहा कि उनका मकसद है कि नैनीताल की सुन्दरता एवं अस्तित्व बचा रहे। पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संतुलन के साथ नैनीताल का विकास हो।