नीरज उत्तराखंडी,मई 2025 पुरोला।
पूरे वित्तीय वर्ष में वजट का रोना रोने वाले निर्माण विभागों में वित्तीय वर्ष समाप्ति के अंतिम माह में आवंटित वजट को खर्च करने का दबाव कहे या मिलीभगत से गड़बड़झाला को दावत देना । विभाग अपने चहेते ठेकेदारों के माध्यम से सुनियोजित तरीके से अनियमितता और गड़बड़झाला को अंजाम देते हैं। अधिकांश कार्य मार्च के अंत में कागजों में ही खानापूर्ति कर पूर्ण दिखाकर वजट की बंदरबांट की जाती है। धरातल पर काम नदारद रहते हैं। ऐसा ही एक मामला सूचना अधिकार के माध्यम से उजागर हुआ है।
वित्तीय वर्ष के अन्तिम माह मार्च में विभाग द्वारा बजट को कैसे ठिकाने लगाया जाता है इसकी एक बानगी का खुलासा एक आरटीआई में हुआ है।
मामला लोकनिर्माण विभाग पुरोला के आपदा मद से जुड़ा है। जहां एक ही स्थान पर प्रत्येक वित्त वर्ष के अंत में पुल की सुरक्षा व सड़क मार्ग के सुधारीकरण के नाम पर बजट को ठिकाने लगाया गया जबकि धरातल पर काम हुआ ही नहीं।
आरटीआई कार्यकर्ता विरपाल सिंह ने सूचना अधिकार अधिनियम का उपयोग कर मामले का खुलासा किया है और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर मामले में जांच की मांग की है।
उनका कहना कि सूचना अधिकारी में विभाग से जानकारी लेने के लिए भी लोक सूचना अधिकारी से लेकर अपीलीय अधिकारी तक काफी मशक्कत करनी पड़ी। बावजूद इसके भी आधी-अधूरी जानकारी दी गई। और न ही अपीलीय अधिकारी ने उन्हें मामले में हुई सुनवाई के निर्णय की प्रति उपलब्ध कराई।
सूचना अधिकार में जो जानकारी उपलब्ध कराई है उसमें विभाग खुद फंसता नजर आ रहा है। सूचना अनुरोधकर्ता द्वारा समान बिन्दुओं पर दो बार मांगी गई सूचनाओं पर अलग अलग जबाव दिए।है जिससे वह स्वयं अपने जबाव में फंसता नजर आता है।
सूचना अधिकार से प्राप्त जानकारी अनुसार विभाग द्वारा
वर्ष 2021-2022 में 6.80 लाख की लागत से ठेकेदार सौरभ कंडारी द्वारा
नैटवाड़-सेवा मोटर मार्ग के किमी 10 से जौंडी खड्ड में निर्मित पैदल आरसीसी पुल का सुरक्षात्मक कार्य होना दिखाया गया लेकिन आरोप है कि धरातल में कोई कार्य नहीं किया गया।
वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतर्गत बाढ़ एवं भूस्खलन के अंतर्गत नैटवाड़ सेवा मोटर मार्ग के किमी 10 से खन्यासनी घटुगाड़ खड्ड पर निर्मित पैदल आरसीसी पुल का सुरक्षात्मक एवं पहुंच मार्ग का 10 लाख रुपए की लागत से सुपर टैक्निकल नागराज कन्सन्ट्रेशन 620 व्योम प्रस्थ देहरादून ने मरम्मत कार्य किया गया होना दिखाया गया है। जब कि आरोप है कि कार्य धरातल से नदारद है।
वहीं
सूचना अधिकार में प्राप्त दस्तावेजों के मुताबिक ठेकेदार रघुवीर सिंह द्वारा
वित्तीय वर्ष 2021-22 में बाढ़ भूस्खलन के अंतर्गत नैटवाड़ सेवा मोटर मार्ग के किसी 10 से बगना में पैदल मार्ग मरम्मत 8 लाख 79 हजार का मरम्मत कार्य किया गया दिखाया गया है।
सूचना अधिकार अनुरोधकर्ता विरपाल सिंह का आरोप है कि धरातल पर कोई कार्य नहीं किए गए।जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
बहरहाल
सूखे खड्ड में आपदा दिखा कर आपदा में कमाई का अवसर तलाश कर जिम्मेदार महकमे के अधिकारियों से मिलीभगत कर आर्थिक अनियमितता को अंजाम दिया जाता है ,जिस पुल का सुरक्षात्मक कार्य होना दिखा गया है असल में वहां कोई काम ही नहीं हुआ है। ऐसा स्थानीय लोग बताते हैं वहीं एक ही जगह 10 किमी के अंतर्गत हर वर्ष आपदा में कार्य दिखाना संदेह पैदा करता है जो जांच का विषय है।
इस संबंध में लोनिवि के अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा से उनके मोबाइल नंबर पर विभाग का पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया गया तो सम्पर्क नहीं हो पाया। सम्पर्क होने पर उनका पक्ष अपडेट किया जायेगा।