नीरज उत्तराखंडी
आराकोट उत्तरकाशी। जिलाधिकारी की मौजूदगी में आराकोट में आयोजित बहुद्देशीय शिविर में विभिन्न विभागों से संबंधित 203 शिकायतें दर्ज की गई तथा 173 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। आराकोट में आयोजित बहुद्देशीय शिविर में फरियादियों आपदा प्रभावित क्षेत्र आराकोट बंगाण में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही आपदा से राहत से वंचित रहने की शिकायत दर्ज कराई तथा शीघ्र समाधान की दरख्वास्त की। आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क, बिजली, पानी तथा आवास की सुविधा बहाल नहीं हो पाई है। फरियादियो ने आपदा राहत सामग्री टेंट कम्बल में वितरित में लापरवाही तथा धांधली किये जाने की शिकायत की। जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को समस्या के समाधान करने के निर्देश दिये।
शिविर में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त आराकोट चीवा मोटर मार्ग सुधारीकरण, शहीद दिनेश मोटर मार्ग गरमी मैंजणी भूटाणू का डामरीकरण, गमरी तलवाड नये मोटर निर्माण की मांग, रावना गरियाना के लिए पावर नदी पर झूला पुल, टिकोची इंटर कालेज का क्षतिग्रस्त भवन निर्माण, भूटाणू, गोरियाना, मैजनी किरोली, माकुडी, जाकटा चींवा दुचाणू किराणू में पेयजल आपूर्ति बहाल करने के की मांग की। इसके साथ ही दैवीय आपदा से पीड़ित आवास विहीन लाभार्थियों को भवनों के लिए पट्टे आवंटित करने के लिए जिला अधिकारी ने एसडीएम पुरोला को निर्देश दिये। ग्रामीणों ने आराकोट न्याय पंचायत के किसानों के कृषि ॠण माफ करने की मांग की।
सोमवार को जनपद के सुदूवर्ती क्षेत्र आराकोट इन्टर कालेज में युवा ऊर्जावान जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान की अध्यक्षता में बहुद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में क्षेत्र के विभिन्न ग्राम सभाओं से आये लोगों ने 204 शिकायतें दर्ज की। अधिकांश शिकायतों का विभिन्न विभागीय अधिकारियों के समक्ष जिलाधिकारी द्वारा निस्तारण किया गया। पेयजल योजना भुटाणु गोरीयाना, मेझणी, किरोली आपदा के दौरान दैवीय आपदा से पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य केवला चौहान द्वारा की गयी, जिस पर जिलाधिकारी डा. चौहान ने अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान पुरोला को उचित कार्यवाही व शीघ्र पेयजल लाइनों को दुरस्त करने के निर्देश दिये। समस्त आपदा प्रभावित परिवारों द्वारा आपदा के दौरान हुए क्षति के उपरान्त जमीन मकान बहने के फलस्वरूप निराश्रित परिवारों की पट्टे उपलब्ध कराने के संबध में मांग की गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को आवश्यक कार्यवाही करने निर्देश दिये। राधा देवी आपदा प्रभावित द्वारा मुआवजा की मांग की गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार मोरी को जांच आख्या प्रस्तुत करने हेतु निर्देश दिये। आराकोट निवासी बीना राणा द्वारा आपदा में बही दीवार निर्माण को लेकर मांग गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। देवेन्द्र दत्त नौटियाल ग्राम पंचायत डगोली द्वारा खाद्य पूर्ति के बारे शिकायत की गयी जिस पर जिलाधिकारी ने पूर्ति अधिकारी को उचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों ने शिविर में आपदा के दौरान भूमि क्षति, पेयजल लाईन क्षति, पैदल मार्ग क्षति, सड़क मार्ग क्षति आदि समस्याएं दर्ज की, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बधित विभागीय अधिकारियों को प्रथामिकता के आधार पर जन समस्याओं के निराकण हेतु उचित दिशा-दिर्नेश दि उन्होनें कहा कि शिविर में आये लोगों की समस्याओं व शिकायतों का शीघ्र ही निस्तारण किया जायेगा । वहीं शिविर में उपस्थित जनता ने जिलाधिकारी डा0 श्री चौहान के द्वारा निष्ठापूर्वक आपदा के दौरान किये गये कार्यों की प्रशंसा की व कहा कि ऐसे ऊर्जावान जिलाधिकारी जो अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहते है वे बधाई के पात्र है ।
शिविर में पशुपालन, कृषि, राजस्व, विधिक सेवा प्राधिकरण, बाल विकास, सामाज कल्याण,स्वास्थ्य, जन जागरूकता अभियान मानव तस्करी बाल विवाह और बाल मजदूरी, आयुष्मान भारत योजना, निशुल्क आयुर्वेद एवं मर्म चिकित्सा, सहकारिता, ग्राम विकास एवं पंचायती राज, उद्यान ,उद्योग, विद्युत, विभागों के शिविर में ग्रामीणों ने जानकारी ली। शिविर में पुरोला विधायक राजकुमार , ब्लाक प्रमुख बचन सिंह पंवार , जेष्ठ प्रमुख प्रदीप रागड़ , प्रधान आराकोट रीना राणा , क्षेत्र पंचायत सदस्य उर्मिला राणा , पूर्व प्रधान उपेन्द्र चैहान , प्रशिक्षु आईएएस मनीष सिंह , परियोजना अधिकारी राजेन्द्र सिंह चौहान , उपजिलाधिकारी सोबन सिंह , पूर्ति अधिकारी गोपाल मटूड़ा , कृषि अधिकारी गोपाल भण्डारी, तहसीलदार श्री सरयाल अन्य विभागीय अधिकारी व क्षेत्र की जनता मौजूद थी ।