- काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर बाघ एक्सप्रेस के दिव्यांग कोच में मिला शव, आत्महत्या की आशंका
- बरेली पोस्ट ऑफिस में कार्यरत थे मृतक, मानसिक तनाव में थे; ट्रेन सुरक्षा पर उठे सवाल
कुमाऊं ब्यूरो रिपोर्ट: विशाल सक्सेना
हल्द्वानी (नैनीताल), 28 मई 2025:
काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब बाघ एक्सप्रेस के दिव्यांग कोच में एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पहचान बरेली पोस्ट ऑफिस में तैनात 37 वर्षीय भानु प्रताप के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में विषाक्त पदार्थ के सेवन से मृत्यु की आशंका जताई जा रही है, हालांकि मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।
🧾 जेब से मिला आधार कार्ड, मोबाइल और संदिग्ध पदार्थ
जीआरपी थानाध्यक्ष नरेश कोहली ने जानकारी दी कि 28 मई को बाघ एक्सप्रेस ट्रेन देरी से काठगोदाम स्टेशन पहुंची। नियमित जांच के दौरान टीम को दिव्यांग कोच में एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शव की तलाशी में उसकी जेब से आधार कार्ड, मोबाइल फोन और विषाक्त पदार्थ बरामद हुआ।
🧠 मानसिक तनाव से जूझ रहे थे भानु प्रताप
शास्त्रीनगर, बरेली निवासी भानु प्रताप पिछले पांच वर्षों से शारीरिक रूप से दिव्यांग थे। परिजनों ने बताया कि भानु एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे, जिसके कारण उनका एक पैर काटना पड़ा था। इसके बाद से ही वह मानसिक तनाव से जूझ रहे थे और पिछले एक महीने से काम पर भी नहीं जा रहे थे।
परिवार के मुताबिक, भानु प्रताप अक्सर बिना किसी योजना के ट्रेन पकड़कर कहीं भी निकल जाते थे। बुधवार को भी संभवतः ऐसा ही हुआ, लेकिन इस बार यह सफर उनकी जिंदगी का अंतिम सफर बन गया।
🚨 108 किमी तक शव के साथ यात्रा, सुरक्षा पर उठे सवाल
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि भानु प्रताप का शव बरेली से काठगोदाम तक करीब 108 किलोमीटर की दूरी तक ट्रेन में ही रहा, लेकिन किसी यात्री या रेलवे कर्मचारी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
इस घटना ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यात्रियों की नियमित जांच नहीं होती? दिव्यांग कोच में कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं था? ये ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब रेलवे प्रशासन को देना होगा।
🕵️♂️ जीआरपी ने जांच शुरू की
जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ताकि मौत के कारणों की पुष्टि हो सके। विषाक्त पदार्थ के सेवन की संभावना पर जांच को केंद्रित किया गया है, वहीं परिजनों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।