राजकुमार परिहार बागेश्वर
बागेश्वर जिले में एक 21 वर्षिय युवक ने अग्निवीर भर्ती में असफल होने से निराश होकर खौफनाक कदम उठाया है। जिसके चलेत उसने आत्महत्या कर ली है। जब वह इस बार असफल रहा तो अवसाद में चला गया मानसिक तनाव इतना बढ़ गया की उसने सुसाइड कर लिया।
आपको बता दें कि कपकोट थाना अंतर्गत फरसाली मल्ला देश निवासी 21 वर्षीय कमलेश गोस्वामी पुत्र हरीश गिरी गोस्वामी लंबे समय से सेना की तैयारी कर रहा था। विगत माह सरकार द्वारा अग्निवीर के पद निकलने पर उसने अग्निवीर की तैयारी की थी। सोमवार को अग्निवीर का रिजल्ट आने पर उसे सफलता नहीं मिली तो वह काफी क्षुब्ध हो गया तथा सल्फाश खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों को इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने उसे कपकोट चिकित्सालय पहुंचाया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय भेजा गया जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
अपनी योग्यता के बल पर अग्निवीर बनने के सपने संजोये कमलेश ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया में स्टेटस डाले जिसे देखने के बाद ही परिजन समझे कि कमलेश तनाव में है तथा वह अनहोनी कर सकता है जिसके बाद उसकी तलाश की तो वह घर के समीप ही तड़पता हुआ मिला। काफी भावुक करने वाले अलग अलग स्टेटसों में कमलेश कह रहा है कि उसके पास एनसीसी का सी सर्टिफिकेट होने व अन्य परीक्षाओं में पूर्ण अंक होने के बाद भी उसे असफल घोषित किया है। जो कि सिस्टम की लापरवाही है। वहीं, कमलेश के दोस्त दर्शन ऐठानी ने बताया कि कमलेश सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता था। जिसके लिए वह काफी समय से तैयारी कर रहा था, लेकिन उसने काफी मेहनत कर एनसीसी सी सार्टिफिकेट के साथ भर्ती के लिए लिखित परीक्षा दी थी जिस में वह असफल रहा था। वहीं, परिणाम घोषित होने के बाद से तनाव में था। जिस कारण वह मानसिक तनाव का शिकार हो गया और उसने सुसाइड कर लिया। बताया कि उन्होंने कमलेश को किसी और नोकरी की तैयारी करने के लिए भी कहा था, लेकिन लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। उसे सिर्फ भारतीय सेना में शामिल होना था। कमलेश गांव के दूसरे युवाओं को भी देश सेवा के लिए प्रेरित करता था। कमलेश तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार दोपहर कमलेश का शव घर पहुंचाया गया। कमलेश के इस कदम के चलते उसकी मौत से पूरे इलाके में कोहरम मच गया है।
♦️फौज के लिए धड़कता था पवन का दिल, सपना टूटा तो मौत को लगाया गले- हरीश ऐठानी
अग्निवीर भर्ती में असफल होने पर कमलेश ने जो खौफनाक व दुःखद कदम उठाया जिसके चलते परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बताते हैं कि सुसाइड से पहले कमलेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने माँ, पिता व भाई से माफ़ी माँगी है। जिससे उस की पीड़ा का अन्दाज़ा लगाया जा सकता है। वह बताते हैं की कमलेश का सैनिक के रूप में देश सेवा का जज़्बा क़ाबिलेतारीफ़ था। परन्तु वह अपनी हिम्मत हार कर मौत को गले लगा बैठा। उसका दिल फ़ौज के लिये धड़कता था। जैसा उसके सहपाठी बताते हैं। यह हम सभी के लिए बेहद दुर्भाग्य है कि एक होनहार को हमने खो दिया। यह हमारे जनपद का पहली दुःखद घटना है जिस पर हम सभी को सबक लेने की आवश्यकता है।