सतपुली।
अंकिता भंडारी के दोषियों को फांसी पर चढ़ाने की मांग करते हुए विभिन्न संगठनों ने सतपुली में धरना प्रदर्शन किया। मुख्य बस अड्डे पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रिखणीखाल, बीरोंखाल, पोखड़ा, एकेश्वर और सतपुली क्षेत्र के विभिन्न संगठनों ने मामले में जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला।
इस मौके पर आयोजित जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार आरोपियों को बचा सही है। आरोपी भाजपा से जुड़े हैं इसलिए मामले को दबाने की कोशिशें पहले ही दिन से की जा रही हैं। साक्ष्यों को मिटाने के लिए रिजार्ट में तोड़फोड़ और आगजनी सुनियोजित रणनीति के तहत की गई और जनता की मांग के बावजूद तोड़फोड़ और आगजनी के दोषियों को आरोपी नहीं बनाया गया है।
वक्ताओं ने कहा कि जल्दी ही दोषियों को फांसी की सजा ना होने पर जनता सड़कों पर उतर कर खुद इंसाफ करेगी। जनसभा के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्य बाजार में रैली निकालकर दोषियों और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों में ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कंडारी, पूर्व दर्जाधारी सरिता नेगी, आंगनवाड़ी कार्यकत्री संगठन की जिलाध्यक्ष पूनम कैंत्यूरा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य माया गुसाईं, पूर्व प्रमुख एकेश्वर जसपाल रावत, पूर्व प्रमुख रिखणीखाल पिंकी नेगी, नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजन रौतेला, सभासद आरती देवी, सुनील डंडरियाल कोषाध्यक्ष व्यापार मंडल,
मनीष खुगशाल, कीरत रावत समेत बड़ी तादाद में महिलाएं एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े ग्रामीण मौजूद थे l