जब बरसात का सीजन बीत गया, तब मुख्य सचिव महोदय को वर्षा जल संरक्षण करने की याद आई। और इसके लिए सचिवालय मे हाईपावर बैठक की गयी।
अगर अप्रैल माह मे बारिश के मौसम के पहले इसके बारे में कोई बैठक की जाती और किसी तरह का प्लान इसके लिए तैयार किया जाता, तब शायद कुछ हो भी सकता था।
लेकिन फिर भी गनीमत रहेगी अगर अगली बरसात से पहले इस योजना को धरातल पर उतार दिया गया।
मुख्य सचिव डॉक्टर एसएस संधू ने बुधवार को सचिवालय में अधिकारियों की एक बैठक कर कर वर्षा जल संग्रहण करने की बात कहीं।
मुख्य सचिव बैठक में बोले कि राज्य में बरसात में तो बहुत बारिश होती हैं लेकिन अन्य समय पर पानी की समस्या रहती है। रिवर एंड स्प्रिंग रिजूवनेशन के लिए बनाई जा रही अथॉरिटी अथवा एजेंसी के उद्देश्यों में अधिकतम संख्या में चेक डैम तैयार किए जाने को शामिल किया जाए।
साथ ही वर्षा जल को चेकडैम आदि के माध्यम से रोक कर जल संग्रहण किया जा सकता है, जिससे वर्षभर पानी की उपलब्धता बनी रहेगी।
मुख्य सचिव ने राज्य जल संरक्षण तैयार करने के लिए बोला और उस पर चरणबद्ध तरीके से काम करने के लिए भी बोला।