अनुज नेगी
देहरादून।
प्रदेश की ज़ीरो टॉलरेंस की सरकार ने आखिरी समय में एक भ्रष्ट अधिकारी को प्रमोशन देकर ये साबित कर दिया कि डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार को ही बढ़ाव दिया जा रहा है।
मामला जनपद पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत के प्रमोशन लेकर है,प्रदेश सरकार मदन सिंह रावत को पौड़ी से राजधानी देहरादून में बैठा दिया गया है।
मदन सिंह रावत को मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी से मुक्त कर के उन्हें राजधानी देहरादून में एससीईआरटी में संयुक्त निदेशक की जिम्मेदारी सौप कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के अरु लगने लगे है।इस फैसले से प्रदेश सरकार की सोशल मीडिया में जमकर किरकिरी होने लगी है।
पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत पर कुछ समय पहले भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। अशासकीय विद्यालयों में नियुक्तियों में लेन देन का स्टिंग ऑपरेशन वीडियो एक निजी पोर्टल में जमकर वायरल हुआ था।
बतादें इस स्टिंग वीडियो की सत्यता की पुष्टि करने के लिए चंडीगढ़ फॉरेंसिक लैब भेजा गया।जहां इस वीडियो की सत्यता फॉरेंसिक लैब में प्रमाणित हो गई थी। मगर मदन सिंह रावत की भाजपा सरकार में बड़े बड़े नेताओं से अच्छी पकड़ के चलते उन पर आज तक कोई भी कानूनी कार्यवाही तक नही हुई।
वहीं दूसरी और सतपाल महाराज की विधानसभा चौबट्टाखाल के अन्तर्गत ई लर्निंग क्लास हेतु अपट्ओन एल ई डी घोटाला सामने आया, जिसमे पौड़ी जिलाधिकारी ने जांच बैठाई।इस रिपोर्ट में घोटाला साबित हो चुके है। वही 6-7 वर्षो से पौडी मे कहीं विद्यालयों मे नियम विरुद्ध कार्य करना आदि उपलब्धियां इन के नाम दर्ज है।
अब सवाल है कि आखिर सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी,कि ऐसे अधिकारी पर कार्यवाही की बजाय उसे प्रमोटेड करके पहाड से शहर मे भेजा गया।
वहीं दूसरी और प्रबंधक संगठन सरकार से मांग कर रहे है। कि अगर शिक्षा विभाग हमें प्रमिशन दे तो प्रबंधक संगठन पौडी के सभी सदस्य वर्तमान सरकार की नजर मे इस ईमानदार अधिकारी को जबर्दस्त याद रखने वाली विदाई देना चाहता है।