स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड की नैनीताल नगर पालिका में भेदभाव को लेकर सभासद गज़ाला कमाल धरने पर बैठ गई । बोर्ड ने तत्काल उनकी मांगें पूरी कर धरना समाप्त कराया ।
शनिवार को नगर पालिका परिषद सभागार में हुई बोर्ड बैठक में अपने सूखाताल वार्ड की अनदेखी को लेकर सभासद गज़ाला कमाल बिफर गई । उनका कहना था कि बोर्ड गठन के तीन वर्ष पूरे होने के बावजूद उनके वार्ड में काम नहीं हुए हैं । सभासद नाराज होकर बोर्ड बैठक छोड़कर चली गई और धरने पर बैठ गई । कहा की उनके वार्ड में केवल नगर पालिका के एक स्कूल की रंगाई पुताई हुई है और कुछ भी काम नहीं किये गए हैं । गज़ाला ने बताया कि इससे पहले भी जनता के कामों के लिए उन्हें धरने पर बैठना पड़ा था और तब जाकर एस्टीमेट तैयार हुआ था । अब टेंडर जारी करने से पहले दूसरे वार्डों के टेंडरों के साथ टेंडर लगाने का हवाला देकर लेट लतीफी की जा रही है । आरोप लगाया कि बहाने बनाकर उनके साथ भेदभाव किया जा रहे हैं । सभासद देर शाम तक पालिका के बाहर धरने पर बैठ गई ।
चैयरमैन सचिन नेगी ने बताया कि सूखाताल की सभासद गज़ाला कमाल के वार्ड में वर्ष 2019 में कुछ काम हुए थे, जिसके बाद लॉक डाउन लग गया और कहीं भी काम नहीं हुए । अब हालात सुधरने के बाद सभी वार्डों में काम शुरू कर दिए गए हैं और इसी के साथ सूखाताल वार्ड के भी टेंडर स्वीकृत कर दिए गए हैं ।