इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
देखा जाये तो भाजपा उत्तराखंड में ही नही अपितु पूरे भारत में नम्बर वन पर है लेकिन उत्तराखंड में अबकी बार कई विधानसभाओं में भाजपा बुरी तरह से मुंह के बल गिरने वाली है। कारण है कि 4 साल तक निस्किर्य रहना।
आज हम आपको चौबट्टाखाल के बारे में बता रहे हैं चौबट्टाखाल में सतपाल महाराज विधायक है,जो अपने आप मे बड़े दिग्गज माने जाते हैं लेकिन इस बार पूरी दिग्गजता धरी की धरी रह सकती है वो भी भाजपा के ही कारण।
सतपाल महाराज से जनता नाराज हैं फिर भी महाराज लोगो पर केस दर्ज कर रहे हैं ।अब जनता महाराज से बुरी तरह नाराज हैं यदि महाराज चुनाव लड़ते हैं तो महाराज शायद ही जमानत बचा पाए।
कारण है महाराज के सलाहकार जनता ने जब भी महाराज से संपर्क करना चाहा तो महाराज के चेले चमचों ने उन्हें बात नही सुननी दी, और यदि किसी ने विरोध किया तो सीधे केस हो रहे हैं।
ऊपर से महाराज खुद भी बड़े अकड़ू है महाराज कभी भी आम आदमी से सीधे नही मिलते न ही महाराज आम पब्लिक से सीधे मिलते । महाराज जिस तरह बड़े आदमी है तो वो आम जनता को कीड़ा मकोड़ा समझते हैं ।
जनता का कहना है कि वो जब भी महाराज से कुछ कहने की कोशिश करते हैं तो महाराज कभी सीधे मुह बात नही करते ।
महाराज जनता को अपना गुलाम समझते हैं यही कारण है कि अबकी बार भाजपा ही महाराज की लुटिया डुबायेगी , व महाराज परिवार की राजनीति से इतिश्री करेगी ।
महाराज की उपलब्धि पुस्तिका महाराज के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है क्योंकि इस पुस्तिका में दर्ज कई प्रोजेक्ट धरातल से गायब है और महाराज इनका जवाब भी नही दे पा रहे हैं ।
जानकारी के अनुसार चौबट्टाखाल विधानसभा के केंद्र सतपुली में महाराज के तीन चमचे है जिनकी महाराज सुनते है ।
यही चमचे महाराज की लुटिया डुबाने में सहायक होंगे, महाराज के सुपुत्र भी कोशिश कर रहे हैं लेकिन पिता की कमियों की वजह उनको महंगी पड़ सकती है।
पर्वतजन ने कई बार महाराज से कई मुद्दों पर पूछा तो महाराज का कहना था कि वो जांच करेंगे लेकिन ये जांच अब नही होगी क्योंकि अब चुनाव आने वाला है।