प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में जगह जगह मुस्लिम कॉलोनी का निर्माण हो रहा है। जिसे प्रशासन बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं ले रहा है।
इसके गलत परिणाम उत्तराखंड की जनता को भुगतने पड़ रहे हैं क्योंकि बाहरी राज्यों से आए लोग उत्तराखंड में अपनी जमीनें खरीद कर बस रहे हैं।
साथ ही सरकार ने बाहरी राज्यों के लिए जमीन खरीद कि सीमा हटाकर भी इस चीज को बढ़ावा दिया है।इसका उत्तराखंड में पुरजोर विरोध चल रहा है ।उत्तराखंड की जनता भू कानून की मांग को लेकर सख्त है।
यहां सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर भाजपा, हिंदू संगठन प्राधिकरण, पुलिस प्रशासन उत्तराखंड सरकार आखिर क्यों मौन है?
आपको बता दें की रुद्रपुर जिले में मुस्लिमो के लिए कालोनियां बनाई जा रही हैं, जिसका प्रचार उत्तर प्रदेश के रामपुर के बिलासपुर में पोस्टर और पंपलेट के जरिए से किया जा रहा है।जिसमें बताया जा रहा है कि रुद्रपुर के लालपुर में मुस्लिम कलौनी काटी जा रही है।
इस तरह मुस्लिम विशेष के लिये उत्तराखंड में कॉलोनी किसकी सह पर बनायी जा रही हैं ये एक बड़ा सवाल है।
अब इस तरह मुसलिमों के लिये बनायी जा रही कॉलोनी का विरोध भी शुरू हो गया है, जिसमें लोकतंत्र में समानता के अधिकार की बात सामने आई है।
प्रदेश में किसी भी जाति या धर्म के नाम पर प्रचार प्रसार करना बिल्कुल भी उचित नहीं है इससे समाज में गलत संदेश जाएगा ।
प्रश्न यहां यह भी उठता है कि आखिर सरकार इस सम्प्रदायिक विशेष के लिये बन रही कॉलोनी पर चुप्पी क्यूँ साधे हुए हैं।
आखिर क्यों प्रशासन बन रही मुस्लिम कॉलोनीयो को गभीरता से नहीं ले रहा है।