प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषणा की लंबे समय से किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे थे।
इसका बड़ा सियासी कारण यह भी बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मध्य नजर भी यह फैसला लिया गया है क्योंकि इन राज्यों में एक बड़ा तपता किसान वर्गों का है जिसे नाराज करके सरकार कोई भी जोखिम मोल नहीं लेना चाहती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के मौके पर आज देश को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले के मुकाबले कृषि बजट 5 गुना बढ़ाया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने अपने पांच दशकों के कामकाज के दौरान किसानों की मुश्किलें देखी हैं।जब देश ने मुझे प्रधान मंत्री बनाया, तो मैंने कृषि विकास या किसानों के विकास को अत्यधिक महत्व दिया।”
पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले सात सालों में देश में कृषि के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं।कहा कि उनकी सरकार के दौरान किसानों को मुआवजे के तौर पर 1 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा बीमा और पेंशन भी प्रदान की गई । किसानों के खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया।