स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- उत्तराखण्ड में नैनीताल के जलाल गांव के ग्रामीणों ने सामान्य लोक सभा चुनाव 2024 का पूर्ण बहिष्कार कर दिया। उन्होंने, सरकार के समस्याओं की अनदेखी करने का वीरोध जताते हुए ये बहिष्कार किया।
नैनीताल जिले में कालाढूंगी मार्ग में मंगोली से लगभग 9 किलोमीटर अंदर जलाल गांव बसा है, जहां 280 मतदाता हैं। घने जंगल के बीच बसे इस गांव में आजादी से अबतक अपार समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। आज जलाल गांव के नागरिकों ने सामान्य लोकसभा चुनाव के मतदान का बहिष्कार करते हुए सरकार की असफलता का एक कड़ा संदेश देने का प्रयास किया है।
जलाल गांव के वरिष्ठ नागरिक धर्म सिंह बिष्ट का कहना है कि उनके गांव में कोई पोलिंग बूथ(मतदान केंद्र)नहीं है। ग्रामीणों को नजदीकी पोलिंग बूथ के लिए 5 किलोमीटर का रास्ता तय कर थापला गांव के पोलिंग बूथ में मतदान के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से प्रार्थना की लेकिन स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क मार्ग की तरह गांव में पोलिंग बूथ स्थापित होने जैसी किसी भी समस्या का समाधान नहीं हुई।
धर्म सिंह ने कहा कि जिनके बरसातों में घर ध्वस्त हो गए उनकी किसी ने सुध नहीं ली और वो यहां से पलायन कर चले गए। उन्होंने ये भी कहा कि समस्याओं के समाधान नहीं होने से आहत होकर इस लोकसभा चुनाव का पूर्ण बहिष्कार किया है। साथ में उन्होंने कहा कि जो 15 वोट पड़े हैं उन्हें बहला फुसलाकर वोट डलवाने ले गए और कुछ सरकारी कर्मचारियों ने डाले हैं।