स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल के जंगलों से वन विभाग ने विश्व का सबसे बड़ा साइज का बर्मी पाइथन(पाइथन बिविटाटस)रैस्क्यू किया है। साउथईस्ट एशिया में पाए जाने वाली इस खूबसूरत स्पिसी का वन विभाग संभालकर इलाज कर रहा है।
नैनीताल से हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग में पटवाडांगर नामक स्थान पर मंगलवार देररात एक पाइथन आने की सूचना वन विभाग को मिली। मनोरा रेंज में पड़ने वाले पटवाडांगर गांव से इस विशालकाय पाइथन को रैस्क्यू करने की जुगत शुरू हुई। वन विभाग की टीम आर.ओ.मुकुल शर्मा के नेतृत्व में रात 11 बजे इस पाइथन को रैस्क्यू करने पहुंची। सांप प्रजाति में विश्व के सबसे बड़े साइज का ये अद्भुत प्राणी गांव में पत्थर की बनी पानी की टंकी में छुपा था। वन विभाग का स्नेक कैचर निमिष दानु सीडी की मदद से गले तक पानी से भरे टैंक में पाइथन को रैस्क्यू करने उतरा। लंबी मशक्कत के बाद निमिष ने इस 60 किलो वजनी पाइथन पर रात 12 बजे काबू पाया और टीम इसे नैनीताल स्थित जी.बी.पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान ले आई। निमिष ने बताया कि इस बिना जहर वाले पाइथन को प्राथमिक इलाज के बाद कालाढूंगी के जंगलों में छोड़ दिया गया। पाइथन को पकड़ने में विभागीय कर्मचारी कृष्णा और चंदन लाल ने भी पत्थर की टंकी में फंसा था। सीडी लगाकर टंकी में उतरा और पाइथन को ज़ू ले जाया गया और फिर