देहरादून। विश्व आप्टोमैट्री दिवस के अवसर पर सीआईएमएस एंड आर कॉलेज कुंआवाला, देहरादून में ऑप्टोमेट्री विभाग द्वारा “बियॉन्ड द लेंस 1.0” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय आप्टोमैट्री सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा एवं ड्रग कंट्रोलर उत्तराखंड ताजबर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ
सेमिनार की शुरुआत में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और आप्टोमैट्रिस्ट्स के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें विश्व आप्टोमैट्री दिवस की शुभकामनाएं दीं। वहीं, आप्टोमेट्री विभाग की विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक सहायक प्रोफेसर नगमा नजराना और कार्यक्रम सह संयोजक हर्ष प्रताप ने कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा प्रस्तुत की।
विशेषज्ञों ने नेत्र स्वास्थ्य पर किया जागरूक
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने अपने संबोधन में सभी आप्टोमैट्रिस्ट्स को बधाई देते हुए कहा कि यह दिन आंखों की देखभाल में आप्टोमैट्रिस्ट्स की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने और नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि नेत्र चिकित्सा सेवाओं को अधिक सुलभ बनाना और आप्टोमैट्रिस्ट्स के योगदान को सम्मान देना इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है।
ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आंखों की देखभाल हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं को मादक पदार्थों से बचने और खान-पान में मिलावट से सतर्क रहने की सलाह दी।
नेत्र स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने साझा किए महत्वपूर्ण विचार
सेमिनार में देशभर से आए विशेषज्ञों ने नेत्र स्वास्थ्य, नेत्र चिकित्सा सेवाओं की पहुंच और आप्टोमैट्रिस्ट्स की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए। इनमें शामिल रहे:
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डॉ. रेनू धस्माना (उप प्रधानाचार्य, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट)
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डॉ. संजय मिश्रा (वैज्ञानिक, एम्स, नई दिल्ली)
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गगन साहनी (तकनीकी निदेशक, सिल्वरलाइन प्रयोगशाला और प्योरकॉन)
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डॉ. मोहम्मद नूरूज जमान (विभागाध्यक्ष, शंकरा आई हॉस्पिटल, लुधियाना)
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तौसीफ खान (प्रबंध निदेशक, दृष्टि आई क्लीनिक, मेरठ और नई दिल्ली)
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गोपाल वर्श्रेय (क्षेत्रीय प्रशिक्षक, कार्ल जाइस इंडिया, बैंगलोर)
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डॉ. महेश चंद्र (सीनियर आप्टोमेट्रिस्ट, सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी)
छात्र-छात्राओं को मिला व्यावहारिक प्रशिक्षण
सेमिनार में लो विजन केंद्र, एनआईईपीवीडी देहरादून की विशेष शिक्षक इंदु चौधरी, क्यूरसी के सह-संस्थापक और सीईओ ऑप्टोम पुनीत, तथा बॉश एंड लॉम्ब के सहायक प्रबंधक गौरव पांडे ने छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।
250 से अधिक छात्रों की भागीदारी
कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय जोशी, अकादमिक निदेशक डॉ. एस.बी. जोशी, शिक्षक डॉ. रंजीत कुमार सिंह, डॉ. दीपिका विश्वास, पंकज सजवाण, सुनील बिष्ट, चंद्रिका भट्ट और अंजना गुसाईं सहित 250 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
विश्व आप्टोमैट्री दिवस के इस अवसर पर आयोजित सेमिनार में नेत्र स्वास्थ्य की देखभाल, आप्टोमैट्रिस्ट्स की भूमिका और नेत्र चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने आंखों की देखभाल को प्राथमिकता देने और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से नेत्र चिकित्सा को अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया।