सुभारती काॅलेज को 2.5 करोड़ भुगतान की जांच हो : सुभारती अभिभावक संघ
देहरादून : इतना बड़ा फर्जीवाड़ा,झूठी MBBS की मार्कशीट,कॉलेज सील तक हुआ और 7 दिसंबर से 23 जनवरी तक का भुगतान 2.5 करोड़ कर दिया गया जबकि सुभारती प्रशासन ने पहले तो अवकाश घोषित कर दिया था फिर सभी स्टाफ को निकाल दिया था पर 2.5 करोड़ का फटका लगा सरकार को।
जहाँ अपने कर्मचारियों को वेतन देने को सरकार के पास पैसा नही है, वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुभारती को 2.5 करोड़ का भुगतान कर दिया पर सुप्रीम कोर्ट में यह बताने की जरूरत नही समझी कि जिस दिन सरकार 7 दिसंबर को सुभारती को सरकार ने टेकओवर किया उस दिन से लेकर 23 जनवरी तक सुभारती प्रशासन ने अवकाश घोषित कर दिया और बीच मे ही सभी को निकाल भी दिया था और तो और MBBS के छात्रों का कहना है कि कॉलेज में मात्र 10 शिक्षक ही पढ़ाते थे वे भी पैरामेडिकल स्तर के और यह बात सरकार द्वारा नामित 23 सदस्यों की कमिटी ने भी अपनी रिपोर्ट में भेजी थी।
छात्रों व अभिभावकों का आरोप है कि एक ही शिक्षक को 3 जगह दिखाया जाता था, जैसे कि सुभारती मेरठ ,सुभारती देहरादून व बीहाइव कॉलेज में तो किस बात की फर्जी लिस्ट लगा कर सुभारती को ढाई करोड़ का भुगतान किया गया और कौन इनकी मदद कर रहा है ! और अब तक धोखाधड़ी और ठगी पर कार्यवाही क्यों नही की गई ! तीन साल से अवैध मेडिकल कॉलेज किसके संरक्षण में चल रहा था ?