कुमार दुष्यंत,हरिद्वार
शराब तस्कर को लेकर पुलिस-प्रशासन आमने-सामने।तस्कर की तहरीर पर डीईओ के खिलाफ मुकदमा!
अभी विधायक यतीश्वरानंद की राजस्व कर्मी से तू-तडाक का मसला सुलझा भी नहीं कि पुलिस-प्रशासन की भिडंत का एक नया मामला सामने आ गया है।इस बार पुलिस और आबकारी महकमा ही एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गये हैं।मामले की गूंज राजधानी तक पहुंच गयी है।
पूरा मामला हरिद्वार के ग्राम सलेमपुर के एक शराब तस्कर को लेकर है।जिसके खिलाफ आबकारी विभाग ने गत जुलाई में कार्रवाई करते हुए उसे नकली शराब बनाते हुए मय साजो-सामान के गिरफ्तार किया था।अब हरिद्वार की रानीपुर पुलिस ने उक्त शराब तस्कर राजा की तहरीर पर कार्रवाई करने वाले हरिद्वार के जिला आबकारी निरीक्षक प्रशांत कुमार व छापे की कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे इलैक्ट्रानिक मीडिया के एक पत्रकार व आबकारी कर्मियों के खिलाफ ही मारपीट व उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया है।पुलिस की बिना जांच के की गयी इस कार्रवाई से राजधानी तक आबकारी महकमे में रोष है।आबकारी कर्मचारी संघ आज से आबकारी निरीक्षक पर मुकदमा दर्ज करने के खिलाफ हड़ताल पर है।दूसरी ओर आबकारी आयुक्त डा. वी. षणमुगम ने भी हरिद्वार डीएम को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच के निर्देश दिये हैं।
आबकारी आयुक्त का डीएम को पत्र
इस विवाद का कारण यह है कि छापे की कार्रवाई के दौरान शराब तस्कर ने मीडियाकर्मी की मौजूदगी में काम के लिए पुलिस को पैसे देने की बात कही थी।आबकारी निरीक्षक का कहना है कि पुलिस अब अपनी छवि बचाने के लिए ही शराब तस्कर से तहरीर दिलवाकर उनके खिलाफ दुर्भावना से कार्रवाई कर रही है।मामला राजधानी तक पहुंचने के बाद प्रदेश आबकारी निरीक्षक संघ व आबकारी कर्मचारी संघ ने पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन की तैयारी शुरु कर दी है।जिससे इस मामले के अभी और गर्माने के आसार हैं।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार जनपद से सरकार को आबकारी से सर्वाधिक राजस्व प्राप्त होता है।हरिद्वार शहर ड्राई एरिया होने के कारण यहां भारी मात्रा में नंबर दो की व नकली शराब भी खपाई जाती है।शराब के इस अवैध कारोबार के छींटे पुलिस-प्रशासन व राजनेताओं पर भी पड़ते रहे हैं।