अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा मोदी कैबिनेट में मंत्री तो बन गए, किंतु उन्हें एक माह बाद भी फूल माला पहनने से फुर्सत नहीं है। न उन्होंने मंत्रालय के कामों की जानकारी ली और न ही उन्हें मंत्रालय से संबंधित प्रदेश में चल रही योजनाओं की जानकारी है। पिछले दिनों नए नवेले मंत्री जी देहरादून में पत्रकारों के सवालों पर बुरी तरह घिर गए। मंत्री जी को न तो २०१३ में बनी टैक्सटाइल नीति की कोई जानकारी थी और न ही उन्हें भांग और कंडाली आदि के रेशों से वस्त्र बनाने को प्रोत्साहित करने वाली किसी नीति का कोई ज्ञान था। मंत्री जी! मोदी जी की बात तो आपको याद ही होगी कि उन्होंने जल्दी ही मंत्रालयों का काम समझने और केंद्र सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाने की नसीहत दी थी। अगर आप केंद्र की योजनाओं को आगे बढ़ाने की बजाय खुद को ही आगे बढ़ाने में फंसे रहे तो मोदी जी किसी दिन आपके नीचे से कुर्सी भी खींच सकते हैं!