जगदम्बा कोठारी
रुद्रप्रयाग जनपद वासियों के लिए आज का दिन काला शुक्रवार साबित हुआ है। आज जिले मे दो अलग-अलग हादसों मे दो महिलाओं की दर्दनाक मौत हुई हैं।
पहाड़ी से गिरकर मौत
पहला हादसा आज सुबह जखोली विकासखंड के धारकोट गांव निवासी श्रीमती मासन्ती देवी के साथ हुआ, सुबह 11 बजे 35 वर्षिय मासन्ती देवी पत्नी शर्मालाल रोज तरह घास और चारापत्ती लेने अपने गांव के नजदीक डांडाधार नामित तोक मे गयी। मासन्ती देवी घास काटने खड़ी चट्टान पर पहुंची तो चट्टान मे पिरुल (चीड़ की पत्तियां) होने के कारण अचानक महिला का पैर फिसल गया तो वह 50 मीटर नीचे गहरी खाई मे गिरी गयी।
पास ही कुछ दूरी पर काम कर रहे मजदूरों की नजर जब महिला पर पड़ी तो वह उसकी सहायता के लिए दौड़े लेकिन गर्दन के बल गिरने के कारण महिला की मौके पर ही मौत हो गयी। इसकी सूचना मजदूरों ने महिला के परिजनों को दी।
मृतिका का पति शर्मालाल भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिला मन्त्री हैं, हादसे की सूचना शर्मालाल ने पत्नी के मायके पक्ष को दी, जिनकी उपस्थिति मे मासन्ती देवी का अन्तिम संस्कार उनके पैतृक घाट मे कर दिया गया। महिला अपने पीछे चार पुत्रियों और दो पुत्रों को छोड़ गयी है।
बस से कुचलकर मौत
दूसरा हादसा आज दोपहर 12 बजे अगस्तमुनी विकास मुख्यालय मे अगस्तमुनी गौरकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ।
दोपहर ग्राम नवादा धामपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश निवासी सुमित अगस्तमुनी नगर पंचायत में सफाई कर्मी है। वह अपनी पत्नी आरती और 3 साल की बेटी के साथ यहां रह रहा था।
आज वह अपनी पत्नी के साथ बेटी का रोज माउंट स्कूल में एडमिशन कर वापस पैदल ही अपने कमरे की तरफ लौट रहा था। सुलभ शौचालय के पास एक बस रुकी थी और उसके यात्री लघुशंका के लिए उतरे थे। बस वैसे ही स्टार्ट होकर आगे बढ़ी, वह महिला अचानक ही बस की चपेट में आ गई। उसका सिर बस के टायर से कुचल गया, जब उसका पति अपनी बेटी को गोद में लेकर चंद कदम ही आगे बढ़ा था।
इस घटना से मौके पर अफरा तफरी मच गई। लोग इकट्ठे हो गए और पुलिस को सूचना दी। महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। विश्वनाथ सेवा के बस ड्राइवर गोविंद सिंह निवासी (घनशाली) ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।पुलिस उसे थाने ले गई और मृतक महिला का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है उक्त महिला 4 माह की गर्भवती थी।
इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा किया। उनकी थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से तीखी नोकझोंक भी हुई और आरोपी बस चालक को उनके हवाले कर सबक सिखाने की मांग की। थानाध्यक्ष सुबोध मंमगाई ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हादसे पर दुख प्रकट करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता कालीचरण रावत ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाया है कि हादसे की जगह पर लम्बे समय से स्पीड ब्रेकर की मांग की जा रही है लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है जिस कारण आरती को अपनी जान गवांनी पडी.