कुलदीप राणा //
उत्तराखंड शासन में प्रमुख सचिव उमाकांत पंवार ने वीआरएस ले लिया है। इस बात ने सत्ता के गलियारों में काफी गर्माहट ला दी। उन्होंने अपना इस्तीफा 3 अगस्त को ही सौंप दिया था। कायदा अनुसार वीआरएस लेने के लिए 3 माह का नोटिस देना होता है, किंतु सरकार ने उमाकांत पंवार के मामले में उन्हें 3 माह के नोटिस की अनिवार्यता का शिथिलीकरण कर दिया। उनका इस्तीफा स्वीकार हो गया है। डॉक्टर उमाकांत पंवार ने आज दोपहर को उत्तराखंड सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एंड गुड गवर्नेंस के निदेशक के तौर पर ज्वाइन कर लिया है। उनके पास गृह तथा ऊर्जा जैसे अहम विभाग थे। डॉक्टर उमाकांत पंवार की पत्नी मनीषा पवार भी उत्तराखंड शासन में सचिव हैं तथा उद्योग जैसे भारी भरकम विभाग संभाल रही हैं।