2017 के विधानसभा चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करते हुए 59 सीट के जादुई आंकड़े को छूकर रिकार्ड बनाने वाली भाजपा की प्यास यहां भी नहीं बुझ रही है। देश में कांग्रेसमुक्त भारत का नारा देने वाली भाजपा ने राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले धनोल्टी से निर्दलीय जीतकर आए प्रीतम सिंह पंवार और भीमताल से राम सिंह कैड़ा को भी अपने पक्ष में जोड़ लिया है। 26 जून 2017 को राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के देहरादून आगमन के बाद राम सिंह कैड़ा और प्रीतम सिंह पंवार ने भाजपा प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की न सिर्फ घोषणा की, बल्कि वे देहरादून स्थित मुख्यमंत्री निवास जाकर कोविंद से भेंट भी कर आए। कांग्रेस के लिए यह दोहरा नुकसान रहा, क्योंकि एक ओर विपक्ष के दो विधायक सत्ता पक्ष के साथ हो लिए, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी मीरा कुमार ने उत्तराखंड आने की बजाय कांग्रेस के विधायकों और सांसदों को दिल्ली बुलाया। प्रीतम पंवार और राम सिंह कैड़ा के भाजपा को समर्थन देने से भीमताल और धनोल्टी के भाजपाइयों को सांप सूंघ गया है। उन्हें महसूस होने लगा है कि अगला चुनाव ये दोनों भाजपा के बैनर पर ही लड़ेंगे!