रुद्रप्रयाग जिले के सपूत ने किया देश के लिए बलिदान। सीएम ने भी जताया शोक
उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले की सैनिक बहुल कालीमठ घाटी के कविल्ठा गांव का एक लाल मानवेन्द्र सिंह आज भारत माता की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गया।
घटना के बाद कालीमठ घाटी में शोक का वातावरण है और शहीद का पूरा परिवार सदमे में है। शहीद सैनिक का एक लड़का और एक लड़की है। उसका पूरा परिवार देहरादून में रहता है, जो आजकल बच्चों की छुट्टियां होने घर आ रखा है। कल शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुचेगा, जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद सैनिक को अंतिम विदाई दी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आंतकियों ने घुसपैठ कर दी थी। उसके बाद बॉर्डर पर सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया था। दोनों ओर से जबरदस्त गोलियां चलनी शुरू हो गयीं थीं। फिर सेना को इस लड़ाई में बड़ी सफलता हाथ लगी, जब रुद्रप्रयाग जिले के मानवेन्द्र और उनके साथियों ने मिलकर 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था, पर साथ ही इस दौरान एक गोली जवान मानवेन्द्र को भी लग गयी, जिसके बाद वो आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हो गये हैं। पूरे देश को आपकी शहादत पर गर्व है।
अपने देश का यही एक विभाग है, जिसके रण बांकुरे अन्तिम सांस तक सेवा करते हैं, सरकार इनके लिए जितना करे, उतना कम ही है।
भगवान इनको अपने चरणों में स्थान दे और इनके परिवार को इनका वियोग सहन करने की शक्तिप्रदान करे।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में तैनात ऊखीमठ (जनपद रूद्रप्रयाग) के कविल्ठा गाँव के रहने वाले भारतीय सेना के जवान मानवेन्द्र सिंह की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उत्तराखण्ड के सपूत शहीद जवान मानवेन्द्र सिंह की शहादत को कोटि-कोटि नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी संवेदनाएं शहीद के परिजनों के साथ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शहीद के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के वीर सपूत अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को हमेशा तत्पर रहते हैं।