सचिवालय में निजी सचिव संवर्ग के निजी सचिव सुरेश जोशी को अपर सचिव बनाए जाने की तैयारी है। श्री जोशी वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात हैं। इसके लिए निसंवर्गीय पद सृजित किया जा रहा है।
राजकीय सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी बताते हैं कि पिछली कांग्रेस सरकार में निजी सचिव संवर्ग से अपर सचिव में प्रमोशन का एक निसंवर्गीय पद सृजित किया गया था। यह पद राजकीय सचिवालय संघ ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत पर दबाव डलवाकर सृजित कराया था। बाद मे इस पद को नियमित पद में बदल दिया गया था। यह पद सृजित तो कर दिया गया था किंतु इस पर अभी तक किसी की पदोन्नति नहीं की गई थी।
निजी सचिव संवर्ग में वर्तमान में सुरेश जोशी से सीनियर दो अधिकारी और हैं। एक दिनेश चंद्र भट्ट और दूसरे मुकेश थपलियाल। दिनेश चंद्र भट्ट को पहले से सृजित अपर सचिव के पद में पदोन्नति दे दी जाएगी। जबकि मुकेश थपलियाल ने पर्वतजन से कहा कि वह अपर सचिव बनने के इच्छुक नहीं है। और वह निजी सचिव संवर्ग में ही रहना चाहेंगे।
ऐसे में सुरेश जोशी का रास्ता साफ हो गया है। संभावना है कि 20 तारीख को सचिवालय में डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी की बैठक आयोजित करके दिनेश चंद्र भट्ट को पिछली सरकार के सृजित पद में अपर सचिव बना दिया जाएगा। जबकि सुरेश जोशी के लिए निसंवर्गीय पद सृजित कर उन्हें भी अपर सचिव में पदोन्नत कर दिया जाएगा।
हालांकि जोशी का वेतनमान वही रहेगा। श्री जोशी ने पर्वतजन को बताया कि वह अपर सचिव बनने के लिए खास उत्सुक नहीं है।
सुरेश जोशी के अपर सचिव बनने की सुगबुगाहट के बाद संयुक्त सचिव और उपसचिव में नाराजगी देखी जा रही है। उन्होंने इसको लेकर आपस में रायशुमारी कर के विरोध करने का भी मन बना लिया है। सुरेश जोशी वर्तमान मुख्यमंत्री के सबसे नजदीकी अफसरों में शामिल हैं।
सुरेश जोशी वर्ष वर्ष 2007 से 2012 तक भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी त्रिवेंद्र सिंह रावत के कृषि मंत्री रहने के दौरान उनके निजी सचिव रह चुके हैं। पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट से शुरुआती पढ़ाई करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद से उच्च शिक्षा प्राप्त की है।