18 फुट की सड़क 4 फुट की रह जाती है
कई बार होती है व्यापारियों और ग्राहकों की भिड़ंत
मनोज नौडियाल, कोटद्वार। नगर की धड़कन कही जाने वाली जिला परिषद मार्केट में आये दिन व्यापारी मार्किट की सड़कों में अपनी दुकानों का समान लगाते जा रहे है जिस कारण इन सड़कों पर दुपहिया वाहन चालकों को तो दिक्कत हो ही रही है साथ ही साथ पैदल चलने वाले ग्राहकों का भी इन सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। यह मार्किट नगर की सबसे बड़ी व पुरानी मार्केटों की गिनती मे आती है, जिस कारण नगर के साथ साथ 20,50 किलोमीटर दूर तक से ग्राहक इस मार्किट में खरीददारी करने यहाँ पहुंचते हैं।
इस मार्किट के व्यापारियों का आलम तो यह है कि अगर किसी ग्राहक या दुपहिया वाहन चालक से सड़क पर लगाये गए समान अगर टकराने से गिर जाता है तो यह व्यापारी उन ग्राहकों से लड़ने को भी उतारू हो जाते है।
सुबह इस मार्किट के खुलने से पहले यहां की सड़कें 18 फुट की व मार्किट खुलने के बाद मात्र 4 फुट की रह जाती है।
इस मार्किट में जब यह दुकाने बन कर बेची गई थी तो इन दुकानों की लंबाई लगभग 20 फुट थी और दुकानों के बाहर भी लगभग 12 फुट का पैदल चलने वाले के लिए फुटपाथ व दुपहिया वाहनों के लिए सड़क थी पर इन व्यापारियों द्वारा पहले तो फुटपाथ घेरा गया व अब उस फुटपाथ से भी 6 फुट आगे सामान लगाया जा रहा है। इस हिसाब से यह दुकानें 20 फुट से बढ़कर अब 40 फुट हो गई है।
गौरतलब है कि इस मार्किट में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण के बारे में कई बार ग्राहकों ने इसकी शिकायत व्यापार मंडल अध्यक्ष व जिला पंचायत अध्यक्ष से भी की गई है। जिसका संज्ञान लेते हुए एक बार जिलापंचायत अध्यक्ष ने इस बढ़ते हुए अतिक्रमण की वीडियो तक बनवा डाली व जल्द ही अतिक्रमण मुक्त करने की बात कही थी पर न जाने क्यों, अध्यक्ष द्वारा भी इस मार्किट को अतिक्रमण मुक्त करने के अभियान को ठंडे बक्से में डाल दिया गया है।
गौरतलब है कि अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के द्वारा तीन मई को सिर्फ खानापूर्ति कर व्यापारियों को अतिक्रमण मुक्ति के सम्बंध में नोटिस जारी किए थे। जिसकी प्रतिलिपि सहायक नगर आयुक्त, उपजिलाधिकारी, थाना प्रभारी, कार्याधिकारी अभियन्ता व कनिष्ट अभियन्ता को भी दिए गए थे। जिसके बाद भी इनके द्वारा कोई कार्यवाही अमल में नही लाई गई है। जिस पर नोटिस को व्यापारियों द्वारा डस्टबिन में डाल दिये गए है।
इस सम्बंध में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा नोटिस जारी किए गए हैं जिसकी रिपोर्ट मुझे मेरे कर्मचारियों दुवारा मुझे मिल गई है। जिस में कुछ व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाया है और कुछ ने नही।