लश्कर कमांडर अबु दुजाना का एनकाउंटर करने वाले कर्नल कमल नौडियाल भी हमारे उत्तराखण्ड के पौड़ी के रहने वाले हैं। श्री नौडियाल 55 राष्ट्रीय राइफल के कमांडिंग ऑफीसर हैं। यह कहानी तो आपको पता ही होगी कि लश्कर कमांडर जिस घर में छुपा हुआ था, उसके मकान मालिक ने ही इसकी सूचना दी थी। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे ऑफीसर्स की आतंकियों के नेटवर्क में कितनी घुसपैठ है। कमल नौडियाल के पिता स्व. श्री सीताराम नौडियाल और माता का नाम गोदांबरी नौडियाल है।
प्राथमिक शिक्षा जोशीमठ और श्रीनगर के कॉन्वेंट स्कूलों से करने के बाद कमल नौडियाल ने सातवीं से 12वीं तक सेंट थॉमस स्कूल देहरादून से पढ़ाई की और दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी. कॉम करने के बाद सीडीएस की परीक्षा पास करने के बाद आर्मी सेवा ज्वाइन की।
कमल नौडियाल कहते हैं कि इसके लिए उन्होंने पुलवामा पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त टीम गठित की थी और लंबे समय से अबु दुजाना की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। जैसे ही यह सूचना मिली कि झांकरीपुरा गांव में वह छुपा हुआ है तो मकान मालिक से कहा गया कि दुजाना से बात कराए। पहले अबु दुजाना को सरेंडर करने के लिए कहा गया था। उसे समझाया गया था कि यह सारा षडयंत्र पाकिस्तान का है, किंतु जब वो सब कुछ जानने के बाद भी सरेंडर करने के लिए मकान से बाहर नहीं निकला तो उसका एनकाउंटर कर दिया गया। वह कहते हैं कि घाटी के लोगों में आर्मी के प्रति काफी विश्वास है। इसीलिए जब मकान मालिक ने उन्हें सूचना दी तो उन्होंने मकान मालिक तथा उनके परिवार को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था करने के बाद आतंकी को घेरकर मार गिराया।
उत्तराखण्ड के लिए यह वाकई सीना चौड़ा करने वाली बात है।