कुमार दुष्यंत/हरिद्वार
शरीर में बारह किलो सोना लादकर घूमने वाले गोल्डन बाबा के सोने को आयकर विभाग की नजर लग गयी है।बाबा हरिद्वार में उनके द्वारा बेचे गये एक मकान में लाखों रुपये की स्टांप चोरी मामले में फंस गये हैं।जिसको लेकर आयकर विभाग जल्द ही उनकी घेराबंदी कर सकता है।
दिल्ली के मूल निवासी व हरिद्वार में रहने वाले बिट्टू भाई उर्फ गोल्डन बाबा के खिलाफ पिछले माह जिलाधिकारी के जनता दरबार में दिल्ली के कारोबारी अमरजीत सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने गोल्डन बाबा से हरिद्वार के बिल्केश्वर कालोनी स्थित उनकी कोठी खरीदी थी।जिसका कि उन्हें कब्जा भी दे दिया गया था।लेकिन जब वह कुछ दिनों के लिए दिल्ली लौटे तो इसी बीच गोल्डन बाबा ने पुन:कोठी पर कब्जा कर लिया।
डीएम ने इस पूरे मामले की जांच एसडीएम मनीषसिंह को सौंपी थी।एसडीएम ने आज अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है।जिसमें गोल्डन बाबा को करीब दो करोड़ बीस लाख रुपये पर स्टांप चोरी का दोषी पाया गया है।
दरअसल अमरजीत सिंह ने बाबा का उक्त मकान सत्तर लाख में खरीदना बताया था।जबकि गोल्डन बाबा ने एसडीएम की पुछताछ में बताया कि मकान का सौदा दो करोड़ इक्यान्वें लाख में हुआ था।जबकि खरीद-फरोख्त में बाबा ने मकान को सत्तर लाख का बताते हुए उतने मूल्य पर ही स्टांप ड्यूटी अदा की।इसलिए बाबा को कर अपवंचना का दोषी मानते हुए उनसे वसूली के साथ-साथ उनकी आय व संपत्ति जांच के लिए जिला प्रशासन आयकर विभाग को लिखने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि कारोबारी से संत कहलाने लगे गोल्डन बाबा को सोना धारण करने का शौक है।अपने इसी शौक के कारण वह देश-दुनिया में चर्चित रहते हैं।बाबा इस समय बारह किलो सोना पहनकर घूमते हैं।जिसे वह अठारह किलो करने जा रहे हैं।लेकिन अपने नाम के आगे बाबा लगाने वाले गोल्डन बाबा के कर चोरी में फंसने से उनके भक्त भी हैरान हैं।