उत्तराखंड कांग्रेस के हाल ही में अध्यक्ष बने प्रीतम सिंह की नई पारी कायदे से शुरू भी नहीं हुई कि विरोधियों ने प्रीतम सिंह के खिलाफ माहौल बनाना शुरू कर दिया है। प्रीतम सिंह हाईकमान से मुलाकात करने दिल्ली क्या गए, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने किसानों की लड़ाई लडऩे का स्वयं ऐलान कर दिया कि वो इस लड़ाई को पार्टी विशेष से इतर व्यक्तिगत रूप से किसानों के हित में उठाएंगे और उन्हें २५ प्रतिशत आरक्षण दिलाएंगे। किशोर के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही हरिद्वार में हरीश रावत धरने पर बैठ गए कि देश में वे दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। हरीश रावत और किशोर उपाध्याय द्वारा किसानों और दलितों के नाम पर छेड़े इस आंदोलन का भविष्य में क्या नतीजा निकलेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है, किंतु फिलहाल दोनों के निशाने पर प्रीतम सिंह जरूर हैं।