पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

कांग्रेसियों के सेब-केला प्रोग्राम पर फिरा पानी!

August 30, 2017
in पर्वतजन
ShareShareShare
Advertisement
ADVERTISEMENT

राजीव गांधी की आत्मा की शांति का कार्यक्रम हुआ फ्लॉप
30 बैड के अस्पताल में मात्र दो मरीज

राजीव गांधी की जयंती २० अगस्त को कांग्रेस के लोग देशभर में बड़े जोशोखरोश के साथ मनाते हैं। हर बार की तरह इस बार भी डोईवाला के कांग्रेसी दो दर्जन केले और एक किलो सेब लेकर डोईवाला के सरकारी अस्पताल में पहुंचे। अपने साथ मीडिया कर्मियों और स्मार्ट फोन के साथ पहुंचे।
कांग्रेसियों ने पहले राजीव गांधी अमर रहे के नारे लगाए और उसके बाद अस्पताल में भर्ती बीमारों को फल देने के लिए अंदर पहुंचे। अस्पताल के भीतर सारे कमरे छान मारे, किंतु कांग्रेसियों को एक भी मरीज

congressiyo ka dharna --
congressiyo ka dharna —

नहीं मिला। अब सेब-केले लेकर घूम रहे कांग्रेसियों के लिए समस्या हो गई कि राजीव गांधी की आत्मा की शांति के लिए लाए गए सेब-केलों का क्या करें?
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष महेश रावत, पूर्व डीपीसी मैंबर गौरव चौधरी, अजय रावत, मोहम्मद अकरम, राजवीर खत्री, सुमित वर्मा सहित दर्जनभर कांग्रेसियों की समझ में नहीं आया कि मरीज गए कहां? मरीजों का पता लगाने सेब-केले लेकर कांग्रेसी अस्पताल में तैनात सीएमएस डा. पाल के पास पहुंचे। कांग्रेस के हाथ में सेब-केले देखकर सीएमएस को लगा कि कुछ दिन पहले अस्पताल में धरना प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसी अब नई व्यवस्था से प्रसन्न होंगे, इसीलिए सेब-केले लेकर आए। तब कांग्रेस के लोगों ने सीएमएस से पूछा कि आखिरकार अस्पताल में मरीज भर्ती क्यों नहीं हैं? सीएमएस ने बड़े आश्चर्य से पूछा कि आखिरकार मरीजों को भर्ती करवाने की क्या आवश्यकता पड़ गई। तब कांग्रेसियों ने बताया कि हर वर्ष राजीव गांधी की जयंती पर उनकी आत्मा की शांति के लिए अस्पताल में भर्ती मरीजों को सेब केले बांटने का पुरानी परंपरा चल रही है, किंतु आज अस्पताल में मरीज ही नहीं हैं।
सीएमएस डा. पाल ने बताया कि ये तो अच्छी बात है कि लोग दवा लेकर ही स्वस्थ हो रहे हैं। भर्ती होने की क्या आवश्यकता! सीएमएस की बात सुनकर कांग्रेसियों का पारा चढ़ गया और उन्होंने अस्पताल के बाहर धरना देकर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उत्तराखंड में यह पहला अवसर था, जब बिना भर्ती वाले मरीजों के चक्कर में कांग्रेसियों को नारेबाजी करनी पड़ी। बाद में कांग्रेसियों ने इसका ठीकरा हिमालयन अस्पताल के सर फोड़ा कि जबसे हिमालयन अस्पताल को डॉक्टर रखने की जिम्मेदारी दी गई है, तब से अस्पताल में मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि आखिर में मरीजों को बांटने के लिए लाए गए सेब-केले कांग्रेसियों ने आपस में बांटकर राजीव गांधी की आत्मा को शांति की प्रार्थना कर चलते बने।


Previous Post

...तो मुख्यमंत्री के दबाव में पलटी गई ढैंचा रिपोर्ट!

Next Post

उत्तराखण्डी संस्कृति का द्योतक है जौनपुर का दुबड़ी त्यौहार

Next Post

उत्तराखण्डी संस्कृति का द्योतक है जौनपुर का दुबड़ी त्यौहार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • ब्रेकिंग : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी, दो चरणों में होंगे मतदान
  • डीएम सख्त – बैंक पस्त:  विधवा फरियादी की चौखट पर जाकर  डीसीबी ने लौटाये सम्पति के कागज। दिया नो ड्यूज सर्टीफिकेट
  • No update
  • बड़ी खबर: राज्य आंदोलनकारियों को श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय देगा शिक्षा और चिकित्सा में राहत
  • हादसा: दीवार गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत..
  • Highcourt
  • इनश्योरेंस
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
June 2025
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
« May    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!