गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी से चीन सीमा को जोड़ने वाला एक मात्र गंगोरी पुल ध्वस्त हो गया है।गुरुवार सुबह साढ़े 6 बजे दो ट्रक जैसे ही इससे गुजरे पुल ज़मींदोज़ हो गया और एक बड़ा हादसा होते होते टल गया।
हादसे मे कोई जन हानि नहीं हुई है किन्तु गंगोरी के पार दर्जनों गांव की आबादी ,और स्कूल आने जाने वाले छात्रों और शिक्षकों की आवाजाही रुक गयी है। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। मौके पर पंहुचे एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि पुल से एक समय मे एक ही भारी वाहन गुजरने के निर्देश थे और बीआरओ ने इसका पालन नहीं किया।
मौके पर कोई ट्रैफिक कंट्रोल करने वाला व्यक्ति बीआरओ द्वारा तैनात नहीं किया गया था। बीआरओ को तत्काल नदी के ऊपर से ही वैकल्पिक सड़क मार्ग बनाने के निर्देश दिए गए हैं ।
चीन सीमा को जोड़ने वाले इस एक मात्र पुल के टूटने के बाद निर्माण दायी संस्था बीआरओ की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। बताते चलें कि वर्ष 2012 -13 की आपदा मे इस स्थान पर पुल बहने के बाद यहां अस्थायी वैली ब्रिज बीआरओ द्वारा बनाया गया था जो नितांत अस्थायी होता है किन्तु 5 वर्ष बाद भी बीआरओ ने इस स्थान पर स्थायी पुल बनाने की जहमत नहीं उठाई।इतना ही नहीं वर्ष 2008 मे गंगोरी मे ही बीआरओ का एक और पक्का आरसीसी पुल उद्घाटन से पूर्व ही अपने वजन से ही टूट गया था ऐसे मे जब पड़ोसी देश चीन की तरफ से सीमा पर ज़ोरशोर से तैयारिया की जा रही हैं, भारत की तरफ से सड़क निर्माण दायी संस्था बीआरओ पर सवाल उठ रहे हैं।
डीएम ने एडीएम और अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिये हैं , साथ ही तत्काल वैकल्पिक वयवस्था बहाल करने के निर्देश बीआरओ को दिये हैं।