उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के सांवणी गांव में 2 दिन पूर्व मध्यरात्रि में भीषण अग्निकांड की चपेट में आकर पूर्णतया स्वाहा हो गया है।
लगभग 46 घर आग की चपेट में पूर्ण रुप से खाक हो चुके हैं जिसमें घर का प्रत्येक सामान जल कर राख हो चुका है और 374 बकरियां 84 गए 84 गाय 44 बैल 13 खच्चर और चार घोड़ों आदि की मौत की पुष्टि हो गई है आग के कारणों का पता नहीं चला है यह हादसा इतना गंभीर है कि शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
पर्वतजन ने सबसे पहले या ख़बर ब्रेक की थी और लगातार इसको लेकर अपडेट करता रहा था इसका संज्ञान लेकर सर्वहितकारी समाज सेवा के सदस्यों ने सभी समाज से जुड़े सदस्यों से अनुरोध किया है कि सब मिलकर इस दुखद घड़ी में गांव वासियों को कुछ राहत सामग्री तत्काल प्रभाव से पहुंचाए जिससे ग्रामीण अपने घरों को दोबारा बना सके नए मवेशी खरीद सके और पुनः जिंदगी जीना शुरु करें !
इस संगठन के फेसबुक/सोशल मीडिया से जुड़े नागरिकों ने यह निर्णय लिया है कि सर्व हितकारी समाज सेवा के सदस्य बनकर उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक के सावनी गांव में राहत सामग्री भिजवाने का बीड़ा उठाएं और अपने स्तर पर अपने जान पहचान मित्रों, पड़ोसियों व सोशल मीडिया का सहयोग लेते हुए राहत सामग्री एकत्रित करें।
जिसके लिए संगठन ने अगले 8 दिनों के लिए मंगलादेवी इंटर कॉलेज ई सी रोड़, देहरादून का चयन का किया है, यहाँ पर अगले 6 दिनों तक राहत सामग्री का भण्डारण किया जाएगा और 7वें दिन सभी राहत सामग्री उत्तरकाशी के मोरी ब्लाक के सावनी गांव के लिए रवाना करेंगे।
संगठन ने सभी उत्तराखण्ड वासियों से निवेदन किया है कि अपने सामर्थ्य अनुसार खुलकर सहयोग करें। संगठन के अनुसार लोगों को ज्यादा कुछ नहीं करना है, बस शुरूआत करनी है अपने खुद के घर से ,, आपके घरों में पड़ा पुराना समान भी चलेगा,, कपड़े, बर्तन, फोल्डिंग बेड, कुर्सियां, मेज़, बाल्टी इत्यादि परन्तु साफ सुथरे देकर भी लोग इस नेक काम का हिस्सा बन सकते हैं। उपयोग में न आने वाली चीजें किसी के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती हैं ।
गांव में 46 घर हैं जो जलकर राख हो गए हैं और कि हिसाब से 46 परिवार होंगे ।
संगठन ने कुछ जरूरत के रोज़मर्रा समानों की सूची बनाई है और कुछ अन्य समान जो कि लोग एकत्र करके भेज सकते हैं,,
1. आलू, प्याज़, लहसून जल्दी खराब न होने वाले साक सब्ज़ी
2. लाल मिर्च, पिसी हल्दी, धनिया, नमक मसाले इत्यादि
3. सैनिटरी नैपकिन और दवाइयां
4. टूथपेस्ट, साबून, वाशिंग पाउडर,
5. रस, बिस्कुट, नमकीन, मठरी, इत्यादि
6. चादर, कम्बल, तकिये, बाल्टी, मग, बर्तन इत्यादि
7. फोल्डिंग चारपाई, फोल्डिंग मेज़, फोल्डिंग कुर्सी
8. त्रिपाल, टिन या फाइबर की चादरें
9. महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के वस्त्र और अंगवस्त्र आदि ।
10. चावल, आटा, दाल, चीनी, चायपत्ती, मिल्क पावडर इत्यादि के पैकेट
11. बच्चों के लिए स्टेशनरी का समान इत्यादि
संगठन ने सभी से अनुरोध किया है कि सभी से जितना हो सके राहत सामग्री एकत्रित करने का करें और इस पोस्ट को अत्यधिक शेयर करें, समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनल से जुड़े मित्रों से अनुरोध किया है कि वह भी सहयोग करें जिससे कि उपरोक्त गांववासियों को उन्हें पूर्व की भांति जीवनयापन शुरू करने में तत्काल सहायता मिल सकें और उन तक राहत सामग्री पहुंचे ।
राहत सामग्री पहुंचाने के लिए हरिद्वार, रुड़की और देहरादून ज़िले से सर्वहितकारी समाज सेवा सदस्यों के नाम मोबाइल नंबर भी दिए गये है, लोग इन नाम और नम्बरों पर सम्पर्क कर सकते हैं !
देहरादून :- 1. Savi Verma 120-करनपुर देहरादून
2. Durga enterprises
Satish kansal, 27-A Raipur road near petrol pump Dehradun; Mb:-94124 79569
3. Abhishek vohra (rinku) karnapur, 9897009897
4. Shubham Joshi, karanpur, 8755616008
5. Vaibhav Sahani, karanpur, 9068297774
6. Jitender Arora, karanpur, 9627788478
7. Surender Sehgal, Lecturar, Guru Nanak Boys inter college, chakhuwala, Dehradun, 7017919153
8. Amandeep, Singh wall affairs 7895388252
उपरोक्त नम्बरों पर मंगलादेवी इंटर कॉलेज पर राहत सामग्री भिजवाने के लिए सीधा सम्पर्क किया जा सकता है । अभिषेक, वैभव, जितेंद्र, शुभम मंगलादेवी में ही मौजूद रहेंगे तत्काल प्रभाव से ।
रूड़की :- 1. Sanjay Garg, 9837051610
2. Sharad Pandey, 8791313790
हरिद्वार :- Vandana Gupta, 96277 88478
हरिद्वार और रुड़की से सामग्री यहां पहुंचाने की व्यवस्था संजय गर्ग एवम शरद पांडे करेंगे ।